Health Desk: अक्सर लोगों को लगता है कि हार्ट अटैक अचानक आता है और संभलने का मौका नहीं देता। लेकिन सच्चाई इसके उलट है। हमारा शरीर गंभीर खतरा आने से महीनों पहले ही संकेत देने लगता है। समस्या यह है कि ये लक्षण बहुत हल्के होते हैं, जिन्हें लोग अक्सर नजरअंदाज कर देते हैं। अगर समय रहते इन निशानों को पहचान लिया जाए, तो जान बचाई जा सकती है। आशलोक हॉस्पिटल के सीनियर कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. आलोक चोपड़ा ने ऐसे ही 5 साइलेंट वार्निंग सिग्नल्स के बारे में बताया है।
सीने में अजीब दर्द और भारीपन
शरीर थकने पर सीने में दर्द होना हार्ट अटैक का सबसे शुरुआती लक्षण है। यह दर्द अक्सर छाती के बिल्कुल बीच (सोलर प्लेक्सस) से शुरू होता है। मरीज को लगता है कि उसका गला घुट रहा है या सांस अटक रही है। यह दर्द गले से होता हुआ जबड़े और दोनों बाजुओं तक पहुंच जाता है। इसे मेडिकल भाषा में ‘एंजाइना’ कहते हैं। यह दर्द आता-जाता रहता है, जो दिल की धमनियों में ब्लॉकेज का साफ इशारा है।
सीढ़ियां चढ़ते समय सांस फूलना
फिजिकल एक्टिविटी के दौरान सांस उखड़ना खतरे की घंटी है। अगर सीढ़ियां चढ़ने या तेज चलने पर आपकी सांस फूलती है, तो सावधान हो जाएं। रुकने पर अगर आराम मिल जाता है, तो इसका मतलब है कि दिल को पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं मिल रही है। यह स्थिति हार्ट अटैक के जोखिम को काफी बढ़ा देती है।
पैरों में अचानक सूजन आना
अगर आपके पैरों में अचानक सूजन आ रही है, तो इसे सामान्य न समझें। यह शरीर में फ्लूइड रिटेंशन या पानी भरने के कारण होता है। यह दिल के ठीक से काम न करने का एक बड़ा संकेत है। इसके साथ ही अचानक वजन का बढ़ना भी हार्ट अटैक का एक साइलेंट लक्षण हो सकता है।
बिना काम किए थकान लगना
क्या आपको रोजमर्रा के छोटे-मोटे कामों में भी थकान महसूस होती है? अगर शरीर का स्टेमिना अचानक कम हो गया है, तो सतर्क रहें। बिना किसी भारी काम के थकान होना बताता है कि हार्ट मसल्स तक ऑक्सीजन नहीं पहुंच रही है। यह कमजोरी आगे चलकर हार्ट अटैक का रूप ले सकती है।
चक्कर आना और धड़कन तेज होना
अचानक सिर घूमना या आंखों के सामने अंधेरा छाना गंभीर लक्षण है। अगर आपको बार-बार चक्कर आ रहे हैं या दिल की धड़कन बहुत तेज महसूस हो रही है, तो तुरंत डॉक्टर से मिलें। समय पर जांच न कराने पर यह बदलाव जानलेवा साबित हो सकते हैं। इन संकेतों को जल्दी समझकर ही हार्ट अटैक से बचा जा सकता है।
