Himachal Pradesh News: भारतीय सेना के एक वरिष्ठ अधिकारी का अचानक निधन हो गया है। कर्नल विवेक शर्मा का हार्ट अटैक से चंडीगढ़ में निधन हुआ। वह घुमारवीं उपमंडल के कोट गांव के निवासी थे। इस अप्रत्याशित घटना से पूरे क्षेत्र में शोक की लहर है।
कर्नल विवेक शर्मा रतनलाल शर्मा के पुत्र थे। वह वर्तमान में आर्टिलरी रेजिमेंट झाकड़ी में कार्यरत थे। उनका पद कर्नल का था। पिछले कुछ समय से वह चंडीगढ़ में स्टडी लीव पर थे।
अचानक हुई घटना
वेचंडीगढ़ में एक उच्च स्तरीय सैन्य प्रशिक्षण से जुड़ी पढ़ाई कर रहे थे। रविवार को सुबह के समय उन्हें अचानक साइलेंट हार्ट अटैक आया। तुरंत चिकित्सकीय सहायता उपलब्ध कराई गई। पर उन्हें बचाया नहीं जा सका।
सोमवार को उनका अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ किया गया। इस दौरान प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे। एसडीएम गौरव चौधरी ने श्रद्धांजलि अर्पित की। पुलिस उपाधीक्षक विशाल वर्मा भी समारोह में शामिल हुए।
भराड़ी थाना प्रभारी कर्म चंद ने भी अपनी श्रद्धांजलि दी। पूर्व सैनिक अधिकारियों और जवानों ने भी भाग लिया। सैकड़ों लोगों ने आखिरी विदाई में शामिल होकर सम्मान दिया। इससे उनके प्रति लोगों के सम्मान का पता चलता है।
सेना में सेवा का सफर
कर्नल विवेक शर्माआर्टिलरी रेजिमेंट में अपनी सेवा दे रहे थे। उनकी आयु अड़तालीस वर्ष थी। भारतीय सेना में कर्नल का पद एक महत्वपूर्ण पद होता है। इस पद पर रहते हुए उन्होंने देश को अपनी सेवाएं दीं।
उच्च स्तरीय प्रशिक्षण के लिए स्टडी लीव पर जाना सेना में आम बात है। यह प्रशिक्षण अधिकारियों के करियर को आगे बढ़ाने के लिए होता है। भारतीय सेना की वेबसाइट के अनुसार लगातार प्रशिक्षण सेना की ताकत है। नई रणनीतियों और तकनीकों की जानकारी इससे मिलती है।
अचानक हार्ट अटैक से हुए निधन ने सभी को चौंका दिया है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार साइलेंट हार्ट अटैक में लक्षण स्पष्ट नहीं होते। राष्ट्रीय स्वास्थ्य पोर्टल की जानकारी के मुताबिक तनाव और अनियमित जीवनशैली इसका कारण बन सकती है। नियमित जांच इसके जोखिम को कम कर सकती है।
पारिवारिक पृष्ठभूमि
कर्नल विवेक शर्माका संबंध हिमाचल प्रदेश के घुमारवीं क्षेत्र से था। कोट गांव उनका पैतृक निवास स्थान है। उनके निधन से गांव और आसपास के क्षेत्र में दुख है। स्थानीय लोग सेना के इस वरिष्ठ अधिकारी को याद कर रहे हैं।
घुमारवीं उपमंडल हिमाचल प्रदेश के एक महत्वपूर्ण क्षेत्र में आता है। यह क्षेत्र सेना में अपने योगदान के लिए जाना जाता है। यहां के कई युवा भारतीय सेना में अपनी सेवा देते हैं। कर्नल विवेक शर्मा का जाना एक बड़ी क्षति है।
उनके परिवार में माता-पिता और अन्य सदस्य शोक संतप्त हैं। सेना के साथियों और स्थानीय प्रशासन ने उन्हें संबल दिया है। इस दुखद घड़ी में सभी ने परिवार का साथ दिया है। राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार उनकी सेवाओं का प्रतीक है।
कर्नल विवेक शर्मा के निधन से एक प्रतिभाशाली अधिकारी का सफर अधूरा रह गया। उनकी सेवा और त्याग को हमेशा याद रखा जाएगा। देश की सुरक्षा में उनके योगदान को सलाम किया जाएगा। हिमाचल प्रदेश अपने इस बहादुर सपूत को श्रद्धापूर्वक याद करेगा।
