Rajasthan News: भीलवाड़ा जिले के बिजोलिया इलाके में एक 13 वर्षीय छात्रा की दिल का दौरा पड़ने से अचानक मौत हो गई। कृष्णा बेरवा नाम की यह बच्ची स्कूल से छुट्टी के बाद घर लौट रही थी। स्कूल गेट के पास ही उसे चक्कर आए और वह गिर पड़ी। उसे तुरंत अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
घटना का विवरण
बुधवार की दोपहर स्कूल छूटने के बाद की घटना है। कृष्णा अपने साथियों के साथ घर जा रही थी। अचानक उसकी तबीयत बिगड़ी और वह जमीन पर गिर गई। अन्य बच्चों ने उसे संभालने की कोशिश की, लेकिन उसकी हालत तेजी से बिगड़ती चली गई। इस दौरान वह बेहोश हो गई।
तत्काल की गई मदद की कोशिश
मामले की सूचना मिलते ही ग्रामीण और स्कूल के शिक्षक तुरंत मौके पर पहुंचे। उन्होंने बच्ची को पास के एक निजी अस्पताल में पहुंचाया। वहां से उसे सरकारी अस्पताल रेफर किया गया। दुर्भाग्य से, तब तक बहुत देर हो चुकी थी। डॉक्टरों ने उसके आने से पहले ही उसे मृत घोषित कर दिया था।
मौत का संभावित कारण
डॉक्टरों के अनुसार, प्रारंभिक जांच और पोस्टमार्टम रिपोर्ट से संकेत मिलता है कि मौत का कारण अचानक हार्ट अटैक था। संभावना जताई गई है कि यह दिल से जुड़ी किसी जन्मजात बीमारी के कारण हुआ। परिवार के लोग इस बात से सदमे में हैं। उन्हें यकीन नहीं हो रहा कि इतनी कम उम्र में दिल का दौरा पड़ सकता है।
बच्चों में बढ़ती हृदय संबंधी समस्याएं
चिकित्सकों ने इस घटना पर गहरी चिंता जताई है। उनका कहना है कि अब छोटी उम्र के बच्चों में भी हृदय रोग के मामले सामने आ रहे हैं। इसकी प्रमुख वजह बदलती जीवनशैली और शारीरिक गतिविधियों में कमी है। बच्चों के ज्यादा समय तक बैठे रहने और अस्वस्थ खानपान से भी यह खतरा बढ़ता है।
बचाव के उपाय
विशेषज्ञों का मानना है कि बच्चों को ऐसी स्थितियों से बचाने के लिए जीवनशैली में सुधार जरूरी है। नियमित व्यायाम और संतुलित आहार को दिनचर्या का हिस्सा बनाना चाहिए। बच्चों को फिजिकल एक्टिविटी के लिए प्रोत्साहित करना बेहद जरूरी है। इससे उनके हृदय स्वास्थ्य को बनाए रखने में मदद मिलेगी।
गांव और स्कूल में शोक की लहर
कृष्णा की अचानक मौत की खबर से पूरे गांव में शोक की लहर है। स्कूल में उसके सहपाठी और शिक्षक इस घटना से स्तब्ध हैं। सभी लोग इस दुखद घटना से गहरे दुखी हैं। इतनी कम उम्र में किसी बच्चे की इस तरह मौत होना सभी के लिए चौंकाने वाला है।
