हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट में बीड़ बिलिंग हादसे की सुनवाई आठ अगस्त तक टल गई है। न्यायाधीश तरलोक सिंह चौहान और न्यायाधीश सीबी बारोवालिया की खंडपीठ के समक्ष यह मामला लगा है।
बीड़ बिलिंग पैराग्लाडिंग के सुरक्षा मानकों के चलते अदालत ने प्रस्तावित बहुमंजिला पार्किंग के निर्माण पर भी रोक लगा दी थी। इस बहुमंजिला पार्किंग का निर्माण अवतरण जगह पर किया जाना प्रस्तावित है। अभी इसकी धरातल मंजिल ही तैयार हुई है। पैराग्लाडिंग के सुरक्षा मानक पूरे न होने की वजह से यहां लगातार यहां हादसे हो रहे हैं। 12 साल के आदविक की पैराग्लाडिंग के दौरान मौत हो गई थी। समाचार पत्रों में प्रकाशित खबरों पर अदालत ने कड़ा संज्ञान लिया है।
अदालत ने साहसिक खेल गतिविधियों में सुरक्षा मानकों पर भी सवाल उठाए हैं। बीड़ बिलिंग में आदविक के साथ हादसा कोई पहला हादसा नहीं है। यहां पर लगातार हादसे हो रहे हैं। 32 साल के युवक की मौके पर ही मौत हो गई थी। 21 नवंबर, 2021 को पठानकोट के बच्चे से यहां पैराग्लाडिंग करवाई गई थी, जबकि बच्चा आठ साल से कम उम्र का था। फरवरी 2020 में यहां पर बरोट के 24 साल के अक्षय की प्रशिक्षण उड़ान के दौरान ऊंचाई से गिरने से मौत हो गई थी। बता दें कि 2013 में यहां पर पैराग्लाइडिंग वर्ल्ड कप करवाया गया। तब से यह घाटी काफी मशहूर हो गई थी। इसे दुनिया की दूसरी सबसे बेहतरीन पैराग्लाइडिंग साइट के रूप में जाना जाता है।