सोमवार, दिसम्बर 22, 2025

Health Tips: रीढ़ और जोड़ों के दर्द का मुख्य कारण सिर्फ कैल्शियम नहीं, इस विटामिन की कमी भी है जिम्मेदार

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Health News: आजकल रीढ़ की हड्डी और जोड़ों के दर्द की शिकायत आम हो गई है। यह समस्या कभी-कभी इतनी गंभीर हो जाती है कि लोग गठिया या ऑस्टियोपोरोसिस जैसे रोगों से पीड़ित हो जाते हैं। अक्सर माना जाता है कि ये समस्याएं केवल कैल्शियम की कमी से होती हैं। लेकिन यह धारणा पूरी तरह सही नहीं है।

दूध और दही जैसे कैल्शियम युक्त आहार लेने वाले लोग भी इन बीमारियों से ग्रस्त होते हैं। इसका मुख्य कारण विटामिन डी की कमी हो सकता है। कैल्शियम और विटामिन डी का संयुक्त प्रभाव ही हड्डियों और जोड़ों को मजबूती प्रदान करता है।

कैल्शियम और विटामिन डी का संबंध

रीढ़की हड्डी मानव शरीर का महत्वपूर्ण ढांचा है। इसमें 32 कशेरुकाएं होती हैं जो एक विशेष द्रव से जुड़ी रहती हैं। इस द्रव को साइनोवियल द्रव कहा जाता है। हड्डियों को मजबूती अस्थि मज्जा प्रदान करती है।

अस्थि मज्जा हड्डियों के भीतर कैल्शियम और फास्फोरस पहुंचाती है। विटामिन डी की पर्याप्त मात्रा के बिना कैल्शियम का पूर्ण अवशोषण संभव नहीं है। यह विटामिन शरीर में कैल्शियम के अवशोषण को 40 से 50 प्रतिशत तक बढ़ा देता है।

विटामिन डी की कमी के प्रभाव

विटामिन डीकी कमी से हड्डियां मुलायम और कमजोर होने लगती हैं। इस स्थिति में जोड़ों का साइनोवियल द्रव हड्डियों से चिपकने लगता है। इससे हड्डियों के क्षीण होने की प्रक्रिया शुरू हो जाती है।

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साइनोवियल द्रव की कमी से जोड़ों में दर्द की समस्या उत्पन्न होती है। समस्या गंभीर होने पर घुटनों के ऑपरेशन तक की नौबत आ जाती है। विटामिन डी मांसपेशियों की अकड़न को भी कम करता है।

विटामिन डी के प्राकृतिक स्रोत

विटामिन डीका सबसे अच्छा और प्राकृतिक स्रोत सूर्य का प्रकाश है। सुबह की धूप में कुछ समय बिताना सेहत के लिए लाभदायक होता है। यह विटामिन शरीर में कैल्शियम के अवशोषण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

सूर्य के अलावा कुछ खाद्य पदार्थों से भी विटामिन डी प्राप्त किया जा सकता है। मछली का तेल और कुछ प्रकार की मछलियों में यह विटामिन प्राकृतिक रूप से पाया जाता है। अंडे की जर्दी और दूध भी विटामिन डी के अच्छे स्रोत हैं।

कैल्शियम के प्राकृतिक स्रोत

कैल्शियम केलिए दूध और दुग्ध उत्पाद सबसे अच्छे स्रोत माने जाते हैं। दही, पनीर और छाछ में भरपूर मात्रा में कैल्शियम पाया जाता है। हरी पत्तेदार सब्जियां भी कैल्शियम का अच्छा स्रोत हैं।

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पालक, ब्रोकली और मेथी जैसी सब्जियों में कैल्शियम की मात्रा अधिक होती है। बादाम, अखरोट और तिल जैसे मेवे भी कैल्शियम से भरपूर होते हैं। रागी और चना भी कैल्शियम के महत्वपूर्ण स्रोत हैं।

स्वास्थ्य संबंधी सावधानियां

स्वस्थ हड्डियोंऔर जोड़ों के लिए संतुलित आहार और नियमित व्यायाम आवश्यक है। कैल्शियम और विटामिन डी की पर्याप्त मात्रा शरीर के लिए जरूरी है। धूप से विटामिन डी प्राप्त करना सबसे प्रभावी तरीका माना जाता है।

प्रतिदिन 15 से 20 मिनट धूप में बिताना पर्याप्त होता है। आहार में दूध, दही और हरी सब्जियों को शामिल करना चाहिए। नियमित रूप से हल्के व्यायाम और योग भी हड्डियों को मजबूत बनाते हैं।

चिकित्सकीय सलाह का महत्व

किसीभी प्रकार की स्वास्थ्य समस्या होने पर चिकित्सक से परामर्श करना चाहिए। स्वयं निदान करना या इंटरनेट से मिली जानकारी पर भरोसा करना उचित नहीं है। चिकित्सक उचित जांच के बाद ही सही उपचार बता सकते हैं।

कैल्शियम और विटामिन डी के सप्लीमेंट भी चिकित्सक की सलाह के बिना नहीं लेने चाहिए। अधिक मात्रा में ये सप्लीमेंट स्वास्थ्य के लिए हानिकारक भी हो सकते हैं। नियमित स्वास्थ्य जांच से समस्याओं का समय रहते पता चल सकता है।

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