Himachal News: हिमाचल प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करने के लिए राज्य सरकार ने महत्वपूर्ण कदम उठाया है। स्वास्थ्य मंत्री कर्नल धनी राम शांडिल ने सुंदरनगर में एक प्रेस वार्ता में बताया कि जुलाई 2025 के अंत तक 200 विशेषज्ञ चिकित्सकों की नियुक्ति प्रक्रिया पूरी हो जाएगी। यह कदम प्रदेश के लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं देने की दिशा में एक बड़ी पहल है।
चिकित्सकों की भर्ती और भविष्य की योजना
स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि जुलाई के बाद अगस्त माह से 200 और चिकित्सकों के पदों को भरने की प्रक्रिया शुरू होगी। यह सुनिश्चित करेगा कि प्रदेश के अस्पतालों में चिकित्सकों की कमी न रहे। उन्होंने कहा कि सरकार का लक्ष्य है कि हर व्यक्ति को समय पर और गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं मिलें। यह भर्ती प्रक्रिया ग्रामीण और दूरदराज के क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं को और सुलभ बनाएगी।
आयुष्मान भारत और हिमकेयर योजनाओं पर नजर
आयुष्मान भारत और हिमकेयर योजनाओं के तहत कुछ अस्पतालों द्वारा अधिक शुल्क वसूलने की शिकायतों पर स्वास्थ्य मंत्री ने गंभीरता दिखाई। उन्होंने बताया कि इन मामलों की जांच चल रही है। बिलों की राशि अनुमान से अधिक होने पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। सरकार यह सुनिश्चित कर रही है कि इन योजनाओं का लाभ जरूरतमंदों को बिना किसी बाधा के मिले।
डायलिसिस केंद्रों के लिए फंड की व्यवस्था
प्रदेश में 47 डायलिसिस केंद्र संचालित हो रहे हैं। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि इन केंद्रों पर मरीजों के बिलों का भुगतान समय पर हो, इसके लिए सरकार प्रतिबद्ध है। फंड की कमी न हो, इसके लिए विशेष प्रयास किए जा रहे हैं। यह कदम उन मरीजों के लिए राहत लेकर आएगा, जिन्हें नियमित डायलिसिस की जरूरत है।
आपदा प्रभावित सराज में स्वास्थ्य सतर्कता
हाल ही में सराज विधानसभा क्षेत्र में आई प्राकृतिक आपदा के बाद स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह सतर्क है। महामारी की आशंका को रोकने के लिए विशेष कदम उठाए जा रहे हैं। स्वास्थ्य मंत्री ने लोगों को सलाह दी कि वे जलजनित बीमारियों से बचने के लिए पानी को उबालकर पिएं। यह सलाह आपदा प्रभावित क्षेत्रों में रहने वाले लोगों के लिए विशेष रूप से महत्वपूर्ण है।
ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाएं प्राथमिकता
स्वास्थ्य मंत्री ने जोर देकर कहा कि सरकार की प्राथमिकता ग्रामीण और आपदाग्रस्त क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचाना है। आने वाले समय में और योजनाएं लागू की जाएंगी, ताकि सस्ती और सुलभ स्वास्थ्य सेवाएं हर व्यक्ति तक पहुंचें। यह प्रयास न केवल स्वास्थ्य संकट से निपटने में मदद करेगा, बल्कि लोगों का भरोसा भी बढ़ाएगा।
