Himachal News: हिमाचल प्रदेश को केंद्र सरकार से 950 करोड़ रुपए का बड़ा स्वास्थ्य पैकेज मिला है। भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष विपिन सिंह परमार ने बताया कि इस पैकेज से प्रदेश के चिकित्सा ढांचे को नई ऊंचाई मिलेगी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दूरदर्शी नेतृत्व क्षमता के कारण यह संभव हुआ है।
परमार ने रविवार को जारी एक प्रेस बयान में कहा कि प्रधानमंत्री मोदी और भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा की पहल पर यह ऐतिहासिक निवेश संभव हुआ है। इस पैकेज से प्रदेश के स्वास्थ्य क्षेत्र में व्यापक सुधार होगा। आम जनता को बेहतर चिकित्सा सुविधाएं मिल सकेंगी।
प्रमुख अस्पतालों को मिलेंगे अत्याधुनिक उपकरण
इस पैकेज के तहत 650 करोड़ रुपए से आईजीएमसी शिमला और डॉ राजेंद्र प्रसाद मेडिकल कॉलेज टांडा में अत्याधुनिक मेडिकल उपकरण लगाए जाएंगे। चंबा, नेरचौक और अन्य प्रमुख अस्पतालों को भी इसका लाभ मिलेगा। इन अस्पतालों में नए और आधुनिक उपकरण स्थापित किए जाएंगे।
300 करोड़ रुपए से हमीरपुर में अत्याधुनिक कैंसर संस्थान का निर्माण किया जाएगा। यह संस्थान उत्तर भारत का प्रमुख कैंसर उपचार केंद्र बनेगा। इससे प्रदेश के लोगों को कैंसर इलाज के लिए बाहर नहीं जाना पड़ेगा। उन्हें अपने ही राज्य में विश्वस्तरीय इलाज मिल सकेगा।
मेडिकल कॉलेजों को मिलेंगी टेस्ला एमआरआई मशीनें
शिमला, टांडा, हमीरपुर और नेरचौक मेडिकल कॉलेजों को एक-एक टेस्ला एमआरआई मशीनें मिलेंगी। मंडी और चंबा मेडिकल कॉलेजों में रोबोटिक सर्जरी मशीनें स्थापित की जाएंगी। इन आधुनिक मशीनों से रोगियों का बेहतर इलाज संभव हो सकेगा। चिकित्सा सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार आएगा।
ग्रामीण क्षेत्रों में 67 आदर्श स्वास्थ्य केंद्र खोले जाएंगे। इससे गांव-गांव तक आधुनिक चिकित्सा सुविधा पहुंच सकेगी। ग्रामीणों को बुनियादी स्वास्थ्य सेवाएं आसानी से उपलब्ध हो सकेंगी। स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ दूरदराज के इलाकों तक पहुंचेगा।
स्वास्थ्य तंत्र को मिलेगा बल
इस योजना से न केवल प्रदेश का स्वास्थ्य तंत्र सशक्त होगा, बल्कि आम जनता को बड़े शहरों जैसी चिकित्सा सुविधा अपने जिले में ही उपलब्ध होगी। परमार ने कहा कि इस पैकेज से हिमाचल के स्वास्थ्य क्षेत्र में नई क्रांति आएगी। लोगों को अत्याधुनिक उपकरणों से सुसज्जित अस्पतालों में इलाज मिल सकेगा।
मोदी सरकार ने प्रदेश को सैकड़ों करोड़ रुपये की सौगातें देकर स्वास्थ्य क्षेत्र को आधुनिक और सक्षम बना दिया है। नई मेडिकल सुविधाओं, अस्पतालों के विस्तार और अत्याधुनिक उपकरणों से अब प्रदेश के लोगों को बड़ी बीमारियों के इलाज के लिए बाहर नहीं जाना पड़ेगा। स्वास्थ्य सेवाओं में आत्मनिर्भरता बढ़ेगी।
