बुधवार को भारत सरकार ने पद्म पुरस्कारों की घोषणा की है। पद्म पुरस्कार पाने वाले लोगों में रवीना टंडन, मुलायम सिंह यादव जैसी कई बड़ी हस्तियां शामिल हैं। इन सबमें एक नाम ऐसा भी है जिसके नाम की चर्चा बहुत कम होती है।
वो नाम है मध्य प्रदेश के जबलपुर के रहने वाले डॉक्टर एम.सी. डावर। डॉ. डावर लोगों मात्र बीस रुपए में इलाज करते हैं। बुधवार को हुई पद्म पुरस्कारों में घोषणा में भारत सरकार ने उन्हें देश के चौथे सबसे बड़े सम्मान, पद्म श्री से सम्मानित करने की घोषणा की है। 74वें गणतंत्र दिवस के मौके पर बुधवार की शाम पद्म पुरस्कार पाने वाले नामों की सूची भारत सरकार द्वारा जारी की गई थी।
कौन हैं डॉ. डावर
डॉ. डावर का 16 नवंबर, 1946 को पाकिस्तान के पंजाब में जन्म हुआ था। देश के बंटवारे के बाद उनका परिवार भारत आ गया था। 1967 ई. में उन्होंने जबलपुर से MBBS की पढ़ाई पूरी की। डॉक्टर डावर ने 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध के दौरान लगभग एक साल तक भारतीय सेना में भी अपनी सेवा दी है। उसके बाद 1972 से डॉक्टर डावर जबलपुर के लोगों का बहुत कम फीस पर इलाज कर रहे हैं। शुरुआत में वो लोगों से दो रुपए फीस लेते थे और अब उनकी फीस ले रहे हैं।
पद्म श्री अवार्ड की उनके नाम की घोषणा के बाद उन्होंने एएनआई से बात करते हुए कठिन परिश्रम का इनाम मिलने की बातें कहीं। उन्होंने कहा,”कठिन परिश्रम हमेशा काम आता है, हालांकि, कई बार फल मिलने में देरी हो जाती है, ये मेरी कड़ी मेहनत का नतीजा है और लोगों का प्यार है जो मुझे यह सम्मान मिला”
अपने अनुभवों के बारे में बात करते हुए डॉक्टर डावर ने कहा,”मेरे घर में लोग बात किया करते थे कि इतनी कम फीस क्यों ली जाती है, लेकिन इसे लेकर कभी कोई विवाद नहीं हुआ, हमारा एक ही लक्ष्य था लोगों की सेवा करना इसलिए फीस नहीं बढ़ाई गई” सफलता का मंत्र बताते हुए डॉक्टर डावर ने कहा कि,”अगर आप कड़ी मेहनत करते हैं और आप में धैर्य है तो एक दिन आप जरूर सफल होंगे”
डॉक्टर डावर के बेटे ऋषि ने कहा कि,”हमें लगता है कि अवार्ड सिर्फ उन्हें मिलता है जिनकी राजनीतिक पहुंच होती है लेकिन जिस तरह से सरकार ऐसे लोगों को सम्मानित कर रही है जो ग्राउंड पर काम करते हैं वो काबिले तारीफ है” ऋषि ने कहा हमारे पिता जी को ये अवार्ड मिला इसकी हमें बहुत खुशी है। डॉक्टर डावर की बहु ने कहा कि यह हमारे परिवार और हमारे शहर के लिए गर्व का विषय है।