Haryana News: हरियाणा सरकार ने सीनियर आईपीएस अधिकारी वाई पूरन कुमार की आत्महत्या के मामले में राज्य के पुलिस महानिदेशक शत्रुजीत कपूर को छुट्टी पर भेज दिया है। उनकी जगह हरियाणा पुलिस हाउसिंग कॉरपोरेशन के मैनेजिंग डायरेक्टर ओपी सिंह को डीजीपी का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है। ओपी सिंह 1992 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं और 31 दिसंबर 2025 को सेवानिवृत्त होने वाले हैं। यह फैसला गृह विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव सुमिता मिश्रा द्वारा जारी आदेश के बाद लिया गया।
आत्महत्या का दुखद मामला
आईपीएस अधिकारी वाई पूरन कुमार ने 7 अक्टूबर को चंडीगढ़ स्थित अपने आवास पर गोली मारकर आत्महत्या कर ली थी। वह 2001 बैच के आईपीएस अधिकारी थे और रोहतक के पुलिस ट्रेनिंग सेंटर में आईजीपी के पद पर तैनात थे। पूरन कुमार अनुसूचित जाति समुदाय से ताल्लुक रखते थे। उन्होंने सुसाइड नोट में कई वरिष्ठ अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाए थे। इस नोट ने पूरे मामले को नया मोड़ दे दिया।
सुसाइड नोट में गंभीर आरोप
पूरन कुमार ने अपने सुसाइड नोट में डीजीपी शत्रुजीत कपूर और एसपी नरेंद्र बिजराणिया समेत कई वरिष्ठ आईपीएस अधिकारियों पर जातिगत भेदभाव और मानसिक प्रताड़ना के आरोप लगाए थे। उन्होंने लिखा था कि लगातार हो रहे भेदभाव और प्रताड़ना ने उन्हें आत्महत्या जैसा कदम उठाने के लिए मजबूर कर दिया। इस नोट ने पुलिस विभाग के भीतर की कड़वी सच्चाई को उजागर किया है। परिवार ने इन आरोपों की पुष्टि की है।
परिवार का कड़ा रुख
पूरन कुमार के परिवार ने उनकी आत्महत्या के लिए डीजीपी शत्रुजीत कपूर और एसपी नरेंद्र बिजराणिया को मुख्य रूप से जिम्मेदार ठहराया है। परिवार ने दिवंगत अधिकारी के शव का पोस्टमार्टम या अंतिम संस्कार करने से इनकार कर दिया है। उनका कहना है कि जब तक शत्रुजीत कपूर और बिजराणिया को निलंबित और गिरफ्तार नहीं किया जाता, तब तक वे अंतिम संस्कार नहीं करेंगे। पूरन कुमार की पत्नी अमनीत पी कुमार आईएएस अधिकारी हैं।
पदों पर बदलाव
हरियाणा सरकार ने इस मामले में कई प्रशासनिक बदलाव किए हैं। डीजीपी शत्रुजीत कपूर को छुट्टी पर भेजने के अलावा रोहतक के एसपी नरेंद्र बिजराणिया का भी स्थानांतरण कर दिया गया है। नए डीजीपी प्रभारी ओपी सिंह हरियाणा स्टेट नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के प्रमुख भी हैं। वह मधुबन स्थित फोरेंसिक साइंस लेबोरेटरी के निदेशक के पद पर भी कार्यरत हैं। इन बदलावों को एक बड़े प्रशासनिक सुधार के रूप में देखा जा रहा है।
निष्पक्ष जांच की मांग
पूरन कुमार की पत्नी अमनीत का आरोप है कि डीजीपी शत्रुजीत कपूर और एसपी बिजराणिया पद पर रहते हुए जांच में हेराफेर कर सकते हैं। इसलिए परिवार उनके निलंबन और गिरफ्तारी की मांग कर रहा है। उनका कहना है कि केवल छुट्टी पर भेजना पर्याप्त नहीं है। परिवार चाहता है कि मामले की निष्पक्ष जांच हो और दोषियों को कड़ी सजा मिले। इस मामले ने पुलिस विभाग में कार्यरत दलित अधिकारियों की स्थिति पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं।
