Haridwar News: हरिद्वार पुलिस ने भगवा चोला पहनकर ठगी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इनमें दिल्ली निवासी स्वामी हंसदेश पुनियानी शामिल हैं। आरोपियों पर जमीन और ट्रस्ट संपत्तियों के फर्जी दस्तावेज बनाकर बेचने का आरोप है।
ज्वालापुर और बहादराबाद थाना पुलिस की संयुक्त टीम ने यह कार्रवाई की। गिरफ्तार आरोपियों में हरियाणा के सुनील कत्याल और हरिद्वार के रोहताश भी शामिल हैं। पुलिस गिरोह के तीन अन्य सदस्यों की तलाश कर रही है। सभी आरोपियों को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया गया है।
गैंगस्टर एक्ट में दर्ज है मुकदमा
ज्वालापुर कोतवाली में 26 सितंबर को गैंगस्टर एक्ट में मुकदमा दर्ज किया गया था। उपनिरीक्षक खेमेंद्र गंगवार ने छह लोगों के खिलाफ यह केस दर्ज किया। जांच में पता चला कि गिरोह का सरगना गुलशन नारंग है। वह अपने साथियों के साथ फर्जी दस्तावेज तैयार करता था।
गिरोह ट्रस्ट की संपत्तियों के नकली कागजात बनाता था। विरोध करने वालों को धमकाया जाता था। आरोपियों पर विभिन्न थानों में धोखाधड़ी और मारपीट के मामले दर्ज हैं। पुलिस ने गिरोह की गतिविधियों पर नजर रखनी शुरू की।
एसएसपी ने दी विवेचना की जिम्मेदारी
एसएसपी प्रमेंद्र सिंह डोबाल ने मामले की गंभीरता को देखते हुए विशेष जांच का आदेश दिया। उन्होंने मामले की विवेचना बहादराबाद थानाध्यक्ष अंकुर शर्मा को सौंपी। ज्वालापुर कोतवाल कुंदन सिंह राणा की अगुवाई में संयुक्त टीम बनाई गई।
पुलिस टीम ने छापेमार कार्रवाई करते हुए आरोपियों को गिरफ्तार किया। तीनों आरोपियों से पूछताछ की गई। पुलिस को गिरोह की कार्यप्रणाली के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी मिली। गिरोह के अन्य सदस्यों के बारे में पता चला।
आरोपियों का आपराधिक रिकॉर्ड
पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार गुलशन नारंग पर कई मुकदमे दर्ज हैं। उस पर धोखाधड़ी और फर्जी दस्तावेज तैयार करने के आरोप हैं। रोहताश के खिलाफ कनखल और नगर थाने में धमकी और धोखाधड़ी के केस चल रहे हैं।
हंसदेश पुनियानी के खिलाफ ज्वालापुर और नगर कोतवाली में मामले दर्ज हैं। इनमें मारपीट और फर्जीवाड़े के आरोप शामिल हैं। पुलिस का कहना है कि आरोपी भगवा चोले का इस्तेमाल लोगों का विश्वास जीतने के लिए करते थे। इसके बाद वे अपनी ठगी की स्कीम चलाते थे।
पुलिस जारी रखेगी कार्रवाई
हरिद्वार पुलिस ने कहा कि वह गिरोह के शेष सदस्यों की तलाश जारी रखेगी। एसएसपी डोबाल ने कहा कि ऐसे अपराधियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी। पुलिस ने लोगों से सतर्क रहने की अपील की है। उन्हें अज्ञात लोगों से जमीन संबंधी सौदे न करने की सलाह दी है।
पुलिस ने बताया कि गिरोह मुख्य रूप से ट्रस्ट और धार्मिक संस्थाओं की संपत्तियों को निशाना बना रहा था। वे फर्जी दस्तावेज तैयार कर संपत्तियों पर कब्जे का प्रयास करते थे। पुलिस ने इस तरह की और शिकायतों की जांच शुरू कर दी है।
