Delhi News: केंद्र सरकार ने देश में बने लड़ाकू विमानों को बढ़ावा देने के लिए एक बहुत बड़ा फैसला लिया है। कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी (CCS) ने HAL से 97 तेजस Mk1A विमान खरीदने की मंजूरी दे दी है। इस रक्षा सौदे का कुल मूल्य लगभग 62,000 करोड़ रुपये आंका गया है। यह फैसला ‘मेक इन इंडिया’ और सेल्फ रिलायंट इंडिया को मजबूती देने की दिशा में एक अहम कदम माना जा रहा है।
तेजस डील का HAL के शेयर पर प्रभाव
बड़े ब्रोकरेज हाउस मोतीलाल ओसवाल ने HAL के शेयर में खरीदारी की सलाह दी है। उनका अनुमान है कि कंपनी का शेयर भाव आने वाले समय में 32 प्रतिशत तक बढ़ सकता है। इस ऐतिहासिक ऑर्डर के बाद कंपनी की ऑर्डर बुक काफी मजबूत हो गई है। तेजस विमानों की डिलीवरी शुरू होने पर कंपनी के राजस्व और मुनाफे में जबरदस्त बढ़ोतरी की उम्मीद की जा रही है।
विमान निर्माण में तेजी के संकेत
तेजस विमानों के लिए जरूरी इंजन की सप्लाई अमेरिकी कंपनी जनरल इलेक्ट्रिक (GE) कर रही है। अब तक दो इंजन की डिलीवरी हो चुकी है। कंपनी ने हर महीने दो इंजन भेजने की योजना बनाई है। इसके अलावा एलएंडटी जैसी निजी कंपनियां भी विमान के पुर्जे बनाने का काम संभाल रही हैं। विंग असेंबली का पहला बैच तैयार हो गया है।
HAL के मजबूत तिमाही नतीजे
हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड ने हाल ही में अपने पहली तिमाही के नतीजे पेश किए। कंपनी का राजस्व लगभग 11 प्रतिशत बढ़ा है। हालांकि शुद्ध लाभ में मामूली कमी आई है। सबसे बड़ी बात यह है कि कंपनी की कमाई की गुणवत्ता में सुधार हुआ है। ऑपरेटिंग मार्जिन बढ़कर 26.7 प्रतिशत हो गया है जो पिछले साल 22.8 प्रतिशत था।
स्पेस सेक्टर में HAL की एंट्री
HAL अब सिर्फ लड़ाकू विमान तक सीमित नहीं रहेगा। कंपनी ने ISRO के साथ मिलकर अंतरिक्ष क्षेत्र में कदम रख दिया है। HAL ने स्मॉल सेटेलाइट लॉन्च व्हीकल (SSLV) के निर्माण और मार्केटिंग के लिए एक बड़ा समझौता किया है। ISRO अगले दो सालों तक तकनीकी सहायता प्रदान करेगा। इससे कंपनी को राजस्व का एक नया स्रोत मिलेगा।
