Business News: इन्वेस्टमेंट प्लेटफॉर्म ग्रो ने सितंबर तिमाही के अपने नतीजे घोषित कर दिए हैं। कंपनी का कंसोलिडेटेड नेट प्रॉफिट साल दर साल 12.2 प्रतिशत बढ़कर 471.3 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। पिछले साल की समान अवधि में कंपनी ने 420.1 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ कमाया था। तिमाही दर तिमाही आधार पर लाभ में 24.6 प्रतिशत की उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई।
हालांकि कंपनी के ऑपरेटिंग राजस्व में गिरावट दर्ज की गई है। परिचालन से राजस्व साल दर साल 9.5 प्रतिशत घटकर 1,018.7 करोड़ रुपये रह गया। पिछले साल यह 1,125.3 करोड़ रुपये था। लेकिन पिछली तिमाही के मुकाबले राजस्व में 12.7 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है।
खर्चों में भारी कमी
ग्रो के कुल कंसोलिडेटेड खर्चों में गिरावट देखी गई है। सितंबर तिमाही में कुल खर्च घटकर 432.59 करोड़ रुपये रह गए। यह पिछले साल की समान अवधि के 589.79 करोड़ रुपये के मुकाबले लगभग 27 प्रतिशत की कमी है। खर्चों में यह कमी कंपनी की लाभप्रदता के लिए एक सकारात्मक संकेत मानी जा रही है।
ईबीआईटीडीए मार्जिन में सुधार
कंपनी का ईबीआईटीडीए साल दर साल 9.7 प्रतिशत बढ़कर 603.3 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। पिछले साल यह 550 करोड़ रुपये था। तिमाही दर तिमाही आधार पर इसमें 25 प्रतिशत का सुधार देखा गया। मार्जिन का स्तर 59.3 प्रतिशत पर पहुंच गया जो पिछले साल के 48.9 प्रतिशत और जून तिमाही के 53.4 प्रतिशत से बेहतर है।
यूजर एंगेजमेंट में वृद्धि
कंपनी के सक्रिय उपयोगकर्ताओं की संख्या में पिछली तिमाही के मुकाबले 3.2 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। यह वृद्धि नए उपयोगकर्ताओं के अधिग्रहण और विभिन्न उत्पादों में बेहतर एंगेजमेंट के कारण हुई है। वित्त वर्ष 2026 की दूसरी तिमाही में राजस्व वृद्धि का 4.5 प्रतिशत हिस्सा नए उपयोगकर्ताओं से आया। शेष हिस्सा मौजूदा उपयोगकर्ताओं से प्राप्त हुआ।
उत्पादों का यूजर मिक्स
नए उपयोगकर्ताओं में से 36 प्रतिशत म्यूचुअल फंड एसआईपी से जुड़े। यह पिछले साल की समान तिमाही के मुकाबले 7 प्रतिशत अंकों की वृद्धि है। स्टॉक्स-फर्स्ट उपयोगकर्ताओं की हिस्सेदारी 37 प्रतिशत रही। ईटीएफ-फर्स्ट उपयोगकर्ताओं का अनुपात बढ़कर 6 प्रतिशत हो गया। आईपीओ-फर्स्ट उपयोगकर्ताओं की हिस्सेदारी भी 6 प्रतिशत पर पहुंच गई।
शेयर प्राइस का प्रदर्शन
ग्रो के शेयर की कीमत ने आज 156.47 रुपये पर शुरुआत की। इंट्राडे में शेयर ने 168.45 रुपये का उच्चस्तर और 156.14 रुपये का निम्नस्तर छुआ। कंपनी के बेहतर नतीजों के बावजूद शेयर प्राइस में उतार-चढ़ाव देखने को मिला। निवेशक कंपनी के भविष्य के प्रदर्शन को लेकर सतर्क नजर आ रहे हैं।
