Himachal News: हिमाचल प्रदेश में रोजगार की तलाश कर रहे युवाओं के लिए अच्छी खबर है। पशुपालन विभाग ने प्रदेश में 500 पशु मित्रों की भर्ती के आदेश जारी कर दिए हैं। विभाग ने इस भर्ती प्रक्रिया को 15 फरवरी तक पूरा करने का लक्ष्य रखा है। चयनित युवाओं को अपने ही क्षेत्र में काम करने का मौका मिलेगा। यह उन लोगों के लिए सरकारी नौकरी पाने जैसा सुनहरा अवसर है जो अपने गांव में रहकर ही रोजगार चाहते हैं।
सिर्फ 4 घंटे काम, ट्रांसफर की झंझट नहीं
इस योजना के तहत पशु मित्रों को रोजाना केवल 4 घंटे काम करना होगा। इसके बदले सरकार उन्हें हर महीने 5000 रुपये मानदेय देगी। सबसे खास बात यह है कि नियुक्त होने वाले युवाओं का किसी दूसरी जगह ट्रांसफर नहीं किया जाएगा। वे अपनी पंचायत में ही रहकर सेवाएं देंगे। जहां पशु चिकित्सालय दूर हैं, वहां ये मित्र किसानों और डॉक्टरों के बीच एक मजबूत कड़ी का काम करेंगे।
देना होगा फिजिकल टेस्ट
इस पद के लिए आवेदन करने वाला उम्मीदवार संबंधित पंचायत या नगर निकाय का निवासी होना चाहिए। भर्ती प्रक्रिया में एक शारीरिक परीक्षण भी शामिल है। इसमें उम्मीदवार को 25 किलो वजन उठाकर एक मिनट के भीतर 100 मीटर की दूरी तय करनी होगी। चुने गए पशु मित्रों को चारे की बोरियां और तरल नाइट्रोजन के कंटेनर उठाने होंगे। साथ ही उन्हें गाय, भैंस और घोड़े जैसे बड़े जानवरों को संभालने का काम भी करना होगा।
चयन प्रक्रिया और छुट्टियां
पशु मित्रों के चयन के लिए एसडीएम की अध्यक्षता में एक विशेष कमेटी बनाई गई है। यह कमेटी पूरी भर्ती प्रक्रिया पर नजर रखेगी। सुविधाओं की बात करें तो पशु मित्रों को महीने में एक छुट्टी और साल भर में कुल 12 छुट्टियां मिलेंगी। इसके अलावा रविवार और राजपत्रित अवकाश भी मान्य होंगे। महिला कर्मचारियों को 180 दिन का मातृत्व अवकाश भी दिया जाएगा। यह कदम राज्य में सरकारी नौकरी के अवसरों और पशु चिकित्सा सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए उठाया गया है।
