Tech News: गूगल ने अपने क्लाउड विभाग में बड़ी छंटनी की है। कंपनी ने 100 से अधिक कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया है। यह कदम टीसीएस जैसी कंपनियों में हुई छंटनी के बाद उठाया गया है। सबसे ज्यादा असर डिजाइन और यूजर एक्सपीरियंस रिसर्च टीमों पर पड़ा है।
निकाले गए कर्मचारियों को सोमवार के दिन ईमेल के माध्यम से सूचना दी गई। इन ईमेल में स्पष्ट रूप से बताया गया कि उनकी सेवाएं अब आवश्यक नहीं रह गई हैं। कंपनी ने कुछ क्लाउड यूनिट डिजाइन टीमों की संख्या भी आधी कर दी है। इस पूरी प्रक्रिया में अमेरिका स्थित कार्यालय सबसे अधिक प्रभावित हुए हैं।
छंटनी का तरीका और समय
कुछ प्रभावित कर्मचारियों को दिसंबर तक का समय दिया गया है। इस अवधि में वे नई नौकरी की तलाश कर सकते हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार कंपनी ने इस साल की शुरुआत से ही छोटी टीमों की देखरेख करने वाले एक तिहाई मैनेजरों को भी हटा दिया है। यह सभी परिवर्तन गूगल के व्यापक पुनर्गठन का हिस्सा हैं।
निकाले गए कर्मचारियों को स्वैच्छिक निकास पैकेज की पेशकश की गई है। इसके तहत उन्हें वित्तीय सहायता और अन्य लाभ मिलेंगे। कंपनी का यह कदम 2025 तक चलने वाले उनके पुनर्गठन प्रयासों के अनुरूप है। इस दौरान कई अन्य विभागों में भी बदलाव की संभावना है।
मुनाफे के बावजूद छंटनी
यह छंटनी ऐसे समय में हुई है जब गूगल क्लाउड शानदार वित्तीय प्रदर्शन कर रहा है। विभाग ने 2025 की दूसरी तिमाही में 13.6 अरब डॉलर का राजस्व अर्जित किया। यह पिछले वर्ष की समान अवधि की तुलना में 32 प्रतिशत अधिक है। परिचालन आय 2.8 अरब डॉलर तक पहुंच गई है।
गोल्डमैन सैक्स सम्मेलन में गूगल क्लाउड के सीईओ थॉमस कुरियन ने भी विभाग के सकारात्मक प्रदर्शन की पुष्टि की। उन्होंने बताया कि कंपनी ने मात्र दो वर्षों में आधे से अधिक बकाया राशि को राजस्व में परिवर्तित कर दिया है। यह उनकी व्यावसायिक रणनीति की सफलता को दर्शाता है।
भविष्य की योजनाएं
गूगल का यह कदम कंपनी की व्यापक पुनर्गठन रणनीति का हिस्सा है। इसके तहत 2025 तक विभिन्न विभागों में बदलाव किए जाएंगे। एचआर, हार्डवेयर, सर्च और विज्ञापन जैसे विभाग भी इस प्रक्रिया का हिस्सा होंगे। मार्केटिंग, फाइनेंस और कॉमर्स विभागों में भी समायोजन की उम्मीद है।
कंपनी ने पिछले कुछ महीनों से अपनी संरचना में बदलाव शुरू कर दिए थे। यह छंटनी टेक उद्योग में जारी रुझानों के अनुरूप है। कई बड़ी टेक कंपनियां पिछले कुछ समय से अपने कर्मचारियों की संख्या में कमी कर रही हैं। गूगल का यह निर्णय भी इसी दिशा में एक कदम माना जा रहा है।
