Business News: दिवाली और धनतेरस से पहले सोने-चांदी की कीमतों में बड़ी गिरावट देखने को मिल रही है। पिछले दस दिनों में सोना 63,800 रुपये तक सस्ता हो गया है। चांदी के दामों में भी 17,000 रुपये प्रति किलोग्राम की कमी आई है। यह गिरावट त्योहारी सीजन में खरीदारों के लिए राहत भरी खबर लेकर आई है।
18 अक्टूबर को 24 कैरेट सोने का भाव 1,30,8600 रुपये प्रति 100 ग्राम था। 27 अक्टूबर तक यह घटकर 12,44,800 रुपये प्रति 100 ग्राम पर पहुंच गया है। इस तरह दस दिनों के अंदर सोने में 63,800 रुपये की गिरावट दर्ज की गई। यह गिरावट अंतरराष्ट्रीय बाजार और घरेलू मांग में कमी के कारण आई है।
चांदी के दामों में भारी गिरावट
चांदी की कीमतों में भी महत्वपूर्ण गिरावट देखने को मिली है। 18 अक्टूबर को चांदी का भाव 1,72,000 रुपये प्रति किलोग्राम था। अब यह घटकर 1,55,000 रुपये प्रति किलोग्राम पर पहुंच गया है। इस प्रकार चांदी में 17,000 रुपये प्रति किलोग्राम की कमी दर्ज की गई है।
विशेषज्ञों का मानना है कि यह गिरावट अस्थायी हो सकती है। त्योहारी सीजन में खरीदारी बढ़ने के साथ ही कीमतों में फिर से उछाल आ सकता है। निवेशकों को सलाह दी जाती है कि वे बाजार की स्थिति को ध्यान में रखते हुए ही निवेश के फैसले लें।
अंतरराष्ट्रीय बाजार का प्रभाव
भारत में सोने-चांदी की कीमतों पर अंतरराष्ट्रीय बाजार का सीधा प्रभाव पड़ता है। वैश्विक बाजार में सोने की कीमतों में आई गिरावट का असर घरेलू बाजार पर दिख रहा है। अमेरिकी डॉलर के मजबूत होने और ब्याज दरों में बदलाव ने सोने की कीमतों को प्रभावित किया है।
कीमती धातुओं के विशेषज्ञों का कहना है कि त्योहारी सीजन में domestic demand बढ़ने की उम्मीद है। इससे कीमतों में स्थिरता आ सकती है। हालांकि अंतरराष्ट्रीय बाजार में उतार-चढ़ाव जारी रहने की संभावना है।
निवेशकों के लिए स्थिति
वर्तमान गिरावट निवेशकों के लिए आकर्षक अवसर पैदा कर सकती है। जो लोग लंबी अवधि के लिए निवेश करना चाहते हैं उनके लिए यह समय अनुकूल हो सकता है। हालांकि अल्पकालिक व्यापारियों को सतर्क रहने की सलाह दी जाती है।
बाजार विश्लेषकों का मानना है कि दिवाली तक कीमतों में उतार-चढ़ाव जारी रह सकता है। निवेशकों को चाहिए कि वे बाजार के रुझानों पर नजर बनाए रखें। समय-समय पर विशेषज्ञों की सलाह लेते रहना फायदेमंद रहेगा।
