Gold Price News: एक अक्टूबर 2025 को सोने के दामों में भारी उछाल देखने को मिला। त्योहारी सीजन की शुरुआत में ही सोना महंगा हो गया है। चौबीस कैरेट सोना प्रति दस ग्राम एक लाख अठारह हजार रुपये के स्तर को पार कर गया। इसने खरीदारों के लिए मुश्किलें बढ़ा दी हैं।
सभी प्रमुख शहरों में सोने के भाव में वृद्धि दर्ज की गई। दिल्ली, मुंबई, चंडीगढ़ और लखनऊ में कीमतें लगभग समान स्तर पर पहुंच गईं। पटना में भी सोना महंगा हुआ है। बाजार विशेषज्ञों का मानना है कि यह बढ़त जारी रह सकती है।
विभिन्न वजन के हिसाब से सोने के दाम
दस ग्राम के हिसाब से चौबीस कैरेट सोना एक लाख अठारह हजार छह सौ चालीस रुपये पर पहुंच गया। बाईस कैरेट सोने की कीमत एक लाख आठ हजार सात सौ पचास रुपये प्रति दस ग्राम हो गई। अठारह कैरेट सोना अड़तीस हजार नौ सौ अस्सी रुपये पर कारोबार कर रहा है।
आठ ग्राम वाले खरीदारों के लिए चौबीस कैरेट सोना चौरानवे हजार नौ सौ बारह रुपये में मिल रहा है। बाईस कैरेट के आठ ग्राम सोने की कीमत सत्तासी हजार रुपये तक पहुंच गई। अठारह कैरेट सोने का आठ ग्राम इकहत्तर हजार एक सौ चौरासी रुपये में बिक रहा है।
प्रमुख शहरों में आज के सोने के भाव
दिल्ली में चौबीस कैरेट सोना ग्यारह हजार आठ सौ उन्नासी रुपये प्रति दस ग्राम पर कारोबार कर रहा है। मुंबई में यह ग्यारह हजार आठ सौ चौंसठ रुपये प्रति दस ग्राम है। पटना में सोने का भाव ग्यारह हजार आठ सौ उनहत्तर रुपये दर्ज किया गया।
लखनऊ और चंडीगढ़ में चौबीस कैरेट सोना ग्यारह हजार आठ सौ उन्नासी रुपये प्रति दस ग्राम पर बिक रहा है। बाईस कैरेट सोना सभी शहरों में दस हजार आठ सौ नब्बे रुपये के आसपास कारोबार कर रहा है। अठारह कैरेट सोना आठ हजार नौ सौ रुपये के स्तर पर पहुंच गया।
सोने की कीमतों में बढ़त के कारण
वैश्विक बाजारों में अनिश्चितता के चलते सोने के दाम बढ़ रहे हैं। डॉलर के मुकाबले रुपये की कमजोरी ने भी सोने को महंगा किया है। त्योहारी सीजन में मांग बढ़ने से दामों पर उछाल आया है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने के भाव में वृद्धि का सीधा असर देश में पड़ता है।
विदेशी बाजारों में सोना मजबूत हुआ है। इसका स्थानीय बाजारों पर तत्काल प्रभाव पड़ता है। निवेशक अनिश्चितता के दौर में सोना को सुरक्षित निवेश मानते हैं। इससे सोने की मांग में वृद्धि होती है।
भविष्य की संभावनाएं
बाजार विश्लेषकों का मानना है कि त्योहारी सीजन में सोने के दाम और बढ़ सकते हैं। नवरात्रि और दिवाली के मौके पर सोने की खरीदारी परंपरा रूप से बढ़ जाती है। इससे दामों पर दबाव बनता है। वैश्विक आर्थिक हालात भी सोने के भाव को प्रभावित कर रहे हैं।
केंद्र सरकार की व्यापार नीतियों का भी सोने के आयात पर असर पड़ता है। आयात शुल्क में बदलाव से सोना महंगा या सस्ता हो सकता है। वर्तमान में सोना खरीदारों के लिए महंगा साबित हो रहा है। छोटे खरीदारों को इससे विशेष परेशानी हो रही है।
