Business News: त्योहारी सीजन खत्म होते ही सोने की कीमतों में तेज गिरावट दर्ज की गई है। सोना एक लाख बत्तीस हज़ार रुपये प्रति दस ग्राम से गिरकर एक लाख इक्कीस हज़ार रुपये पर पहुंच गया है। इस गिरावट से बाजार में हलचल मची हुई है। विशेषज्ञों का मानना है कि यह गिरावट अस्थायी है।
ऊंची कीमतों पर खरीदारी करने वाले निवेशक परेशान हैं। शादी के लिए सोना खरीदने का इंतजार कर रहे लोग राहत महसूस कर रहे हैं। विशेषज्ञों के अनुसार सोने का भाव एक लाख रुपये के नीचे जाने की संभावना कम है। यह गिरावट केवल कुछ समय के लिए देखी जा रही है।
गिरावट के प्रमुख कारण
सोने ने हाल ही में रिकॉर्ड ऊंचाई छुई थी। इसके बाद कई निवेशकों ने मुनाफा कमाने के लिए सोना बेचना शुरू कर दिया। बाजार में बिक्री का दबाव बढ़ने से कीमतों में गिरावट आई। अंतरराष्ट्रीय बाजार में अमेरिकी डॉलर मजबूत हो रहा है।
डॉलर मजबूत होने पर सोना महंगा हो जाता है। इससे मांग घटती है। निवेशक सुरक्षित निवेश के लिए डॉलर की ओर रुख कर रहे हैं। त्योहारों के दौरान सोने की मांग चरम पर थी। अब मांग सामान्य हो गई है।
अंतरराष्ट्रीय बाजार का प्रभाव
सोने की गिरावट केवल भारतीय बाजार तक सीमित नहीं है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर स्पॉट गोल्ड का भाव गिरा है। यह चार हज़ार तीन सौ इक्यासी डॉलर प्रति औंस से गिरकर चार हज़ार एक सौ डॉलर से नीचे पहुंच गया है। यह दो हज़ार तेरह के बाद की सबसे बड़ी एक दिवसीय गिरावट है।
भारत में इसका सीधा असर देखने को मिला। कीमत एक लाख बत्तीस हज़ार से एक लाख इक्कीस हज़ार रुपये तक फिसल गई। वैश्विक बाजार में होने वाले उतार-चढ़ाव का सोने पर सीधा असर पड़ता है। निवेशक बाजार की स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं।
भविष्य की संभावनाएं
विशेषज्ञों का कहना है कि यह गिरावट टेक्निकल करेक्शन के कारण है। जब कीमतें बहुत तेजी से बढ़ती हैं तो गिरावट स्वाभाविक है। शॉर्ट टर्म में गिरावट देखने को मिल रही है। लॉन्ग टर्म निवेशक सोने को सुरक्षित निवेश मानते हैं।
भारत में जल्द ही शादियों का सीजन शुरू होने वाला है। इस समय गहनों और सोने की खरीदारी बढ़ जाती है। कीमतों में फिर उछाल आ सकता है। बाजार में मांग बढ़ने से सोने की कीमतों में सुधार हो सकता है। विशेषज्ञ इस गिरावट को खरीदारी का अवसर मान रहे हैं।
