Business News: साल 2025 का दिसंबर महीना निवेशकों के लिए ऐतिहासिक साबित हुआ है। 22 दिसंबर को Gold Price Today ने अब तक के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए। इंडिया बुलियन एंड ज्वेलर्स एसोसिएशन (IBJA) के आंकड़ों के मुताबिक, सोना एक ही दिन में 1,805 रुपये महंगा हुआ। इसकी कीमत 1 लाख 34 हजार रुपये प्रति 10 ग्राम के पार चली गई है। चांदी भी बेकाबू रफ्तार से भाग रही है। कई शहरों में इसका भाव 2.14 लाख रुपये प्रति किलो तक पहुंच गया है।
आज क्या है सोने-चांदी का ताजा भाव
सराफा बाजार में कीमती धातुओं की चमक लगातार बढ़ रही है। देश में 24 कैरेट सोने का भाव 1,34,320 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया है। वहीं, 22 कैरेट सोने की कीमत 1,23,140 रुपये है। 18 कैरेट गोल्ड 1,00,188 रुपये और 14 कैरेट गोल्ड 78,147 रुपये के स्तर पर कारोबार कर रहा है। चांदी की कीमतों में भी भारी उछाल आया है। अलग-अलग शहरों में चांदी 2,07,550 रुपये से लेकर 2.14 लाख रुपये प्रति किलो बिक रही है।
2026 में 2.50 लाख तक जाएगी चांदी?
विशेषज्ञों का मानना है कि यह तेजी अभी रुकने वाली नहीं है। केडिया एडवाइजरी के अजय केडिया के मुताबिक, चांदी की मांग बहुत ज्यादा है। अगले साल तक चांदी 2.50 लाख रुपये प्रति किलो तक पहुंच सकती है। इस साल के अंत तक इसके 2.10 लाख रुपये होने की उम्मीद है। वहीं, सोना 2026 तक 1.50 लाख रुपये के स्तर को पार कर सकता है। मोतीलाल ओसवाल के एक्सपर्ट मानव मोदी ने बताया कि सोने के लिए 1.32 लाख रुपये का सपोर्ट लेवल मजबूत है।
एक साल में दोगुनी हुई चांदी की कीमत
साल 2025 में निवेशकों ने जमकर मुनाफा कमाया है। आंकड़ों पर नजर डालें तो 31 दिसंबर 2024 को सोना 76,162 रुपये था। अब यह बढ़कर 1.34 लाख रुपये हो गया है। इसमें करीब 73 प्रतिशत की बढ़त हुई है। चांदी ने तो कमाल ही कर दिया है। साल की शुरुआत में 86,017 रुपये वाली चांदी अब 2.07 लाख रुपये पर है। इसमें 132 प्रतिशत से ज्यादा का उछाल आया है।
क्यों लगी कीमतों में आग?
सोना और चांदी महंगा होने के पीछे कई बड़े कारण हैं।
- डॉलर की कमजोरी: अमेरिका में ब्याज दरें घटने से डॉलर कमजोर हुआ है। इससे सोने में निवेश बढ़ा है।
- युद्ध का तनाव: रूस-यूक्रेन और मध्य पूर्व में तनाव के कारण निवेशक सुरक्षित निवेश के लिए सोना खरीद रहे हैं।
- सेंट्रल बैंकों की खरीदारी: चीन जैसे देश अपना गोल्ड रिजर्व बढ़ा रहे हैं।
- इंडस्ट्रियल डिमांड: चांदी का इस्तेमाल सोलर पैनल, ईवी और इलेक्ट्रॉनिक्स में बढ़ा है। सप्लाई कम होने से रेट बढ़ रहे हैं।
विशेषज्ञों ने निवेशकों को गिरावट पर खरीदारी (Buy on Dips) की सलाह दी है। अभी बाजार अमेरिका के आर्थिक आंकड़ों का इंतजार कर रहा है।
