शुक्रवार, दिसम्बर 19, 2025

सोना निवेश: 2026 में क्या करें, क्या $4,600 प्रति औंस तक पहुंचेगी कीमत?

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Business News: साल 2025 में सोना निवेशकों के लिए अत्यंत लाभकारी रहा है। इसने शेयर बाजार और बॉन्ड जैसे पारंपरिक निवेश विकल्पों को पीछे छोड़ दिया। सोने ने साठ प्रतिशत से अधिक का शानदार रिटर्न दिया है। अब निवेशकों के मन में सवाल है कि यह तेजी अगले साल भी जारी रहेगी या नहीं।

सोने का भाव अपने ऐतिहासिक उच्चतम स्तर पर पहुंच गया है। स्पॉट गोल्ड ने चार हजार दो सौ पच्चीस डॉलर प्रति औंस का स्तर छू लिया है। वर्तमान में यह इसी स्तर के आसपास कारोबार कर रहा है। इस तेजी के पीछे कई वैश्विक कारक प्रमुख रहे हैं।

विशेषज्ञों का मानना है कि वैश्विक आर्थिक तनाव ने सोने को बढ़ावा दिया है। अमेरिका की ब्याज दरों में संभावित कमी ने भी सोने को आकर्षक बनाया है। अमेरिकी डॉलर में आई कमजोरी ने भी सोने की कीमतों को समर्थन दिया है। ये सभी कारक मिलकर सोने के लिए अनुकूल वातावरण बना रहे हैं।

एक बैंक की ताजा रिपोर्ट के अनुसार अगले साल कीमतें और बढ़ सकती हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि सोना चार हजार छह सौ डॉलर प्रति औंस तक पहुंच सकता है। यह वृद्धि अगले साल के मध्य तक देखी जा सकती है। इसके बाद कीमतों में गिरावट का दौर शुरू हो सकता है।

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विश्लेष कों का मत है कि अगले साल कई कारक सोने को प्रभावित करेंगे। अमेरिका की मौद्रिक नीति में होने वाले बदलाव प्रमुख होंगे। वैश्विक आर्थिक स्थिति में सुधार भी कीमतों को प्रभावित करेगा। निवेशकों की जोखिम लेने की इच्छा में बदलाव भी महत्वपूर्ण होगा।

पिछले वर्ष सोने की चमक के पीछे कई कारण रहे हैं। वैश्विक आर्थिक अनिश्चितता के दौर में निवेशक सुरक्षित संपत्ति की ओर बढ़े। विभिन्न क्षेत्रों में चल रहे तनाव ने सोने की मांग बढ़ाई। क्रिप्टो करेंसी और शेयर बाजार में अस्थिरता ने भी सोने को लाभ पहुंचाया।

निवेश कों के लिए विशेषज्ञ कुछ सलाह देते हैं। जिनके पास पहले से सोना है वह अगले छह से नौ महीने तक रोक सकते हैं। लंबी अवधि के लिए निवेश रणनीति में लचीलापन जरूरी है। पोर्टफोलियो में विविधता बनाए रखना भी आवश्यक बताया जा रहा है।

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आने वाले समय में कुछ जोखिम भी मौजूद हैं। यदि अमेरिकी अर्थव्यवस्था बेहतर प्रदर्शन करती है तो सोना प्रभावित होगा। ब्याज दरों में वृद्धि की स्थिति में निवेशक सोने से दूरी बना सकते हैं। इससे कीमतों में महत्वपूर्ण गिरावट देखी जा सकती है।

चांदी भी निवेशकों के लिए एक विकल्प हो सकती है। विश्लेषकों का मानना है कि चांदी का भाव बढ़ सकता है। यह सोने के मुकाबले कम कीमत पर बेहतर अवसर प्रदान कर सकती है। निवेशकों को अपने पोर्टफोलियो में संतुलन बनाए रखना चाहिए।

निवेश के निर्णय लेते समय कई बातों का ध्यान रखना जरूरी है। अमेरिकी केंद्रीय बैंक की नीतियों पर नजर रखनी चाहिए। कीमतों में गिरावट की संभावना को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। केवल सोने पर निर्भर रहने के बजाय विविध निवेश करना चाहिए।

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