India Business News: त्योहारी सीजन में सोने और चांदी के दामों में तेज उछाल देखने को मिल रहा है। धनतेरस और दिवाली से पहले सोमवार को सोना एक दिन में 2244 रुपये प्रति 10 ग्राम महंगा हो गया। वहीं चांदी के भाव में 6625 रुपये प्रति किलोग्राम की बढ़ोतरी दर्ज की गई। इस उछाल के बाद 24 कैरेट सोना जीएसटी समेत 127482 रुपये पर पहुंच गया।
चांदी का भाव जीएसटी सहित 176258 रुपये प्रति किलोग्राम हो गया है। अक्टूबर महीने में सोना 8420 रुपये प्रति 10 ग्राम महंगा हुआ है। चांदी ने इसी अवधि में 22066 रुपये प्रति किलोग्राम की बढ़त दर्ज की है। यह उछाल अंतरराष्ट्रीय बाजार और घरेलू कारकों से प्रभावित है।
विभिन्न कैरेट में सोने के ताजा भाव
आईबीजेए के अनुसार 24 कैरेट सोना बिना जीएसटी 123769 रुपये प्रति 10 ग्राम पर खुला। पिछले कारोबारी सत्र में यह 121525 रुपये पर बंद हुआ था। 23 कैरेट सोना 2235 रुपये महंगा होकर 123273 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया। जीएसटी सहित इसकी कीमत 126971 रुपये है।
22 कैरेट सोना 2055 रुपये उछल कर 113372 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया। जीएसटी सहित इसका भाव 116773 रुपये हो गया है। 18 कैरेट सोना 1683 रुपये की बढ़त के साथ 92827 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंचा। जीएसटी के बाद इसकी कीमत 95611 रुपये प्रति 10 ग्राम है।
14 कैरेट सोना 1313 रुपये महंगा होकर 72405 रुपये पर खुला। जीएसटी समेत यह 74577 रुपये प्रति 10 ग्राम पर कारोबार कर रहा है। चांदी बिना जीएसटी 171125 रुपये प्रति किलोग्राम के भाव से खुली। पिछले सत्र में यह 164500 रुपये पर बंद हुई थी।
अंतरराष्ट्रीय कारकों ने दिए महंगाई के संकेत
अमेरिका में सरकारी शटडाउन की आशंका और फ्रांस में राजनीतिक संकट ने वैश्विक बाजारों में अस्थिरता बढ़ाई है। अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में संभावित कटौती और डॉलर के कमजोर पड़ने से निवेशक सोने की ओर रुख कर रहे हैं। इससे सोने की मांग में वृद्धि हुई है।
वैश्विक केंद्रीय बैंकों द्वारा सोने की बढ़ती खरीदारी ने भी कीमतों को ऊपर धकेला है। पिछले एक दशक में केंद्रीय बैंकों के सोना भंडार में दोगुनी वृद्धि देखी गई है। यह रुझान सोने के प्रति बढ़ते विश्वास को दर्शाता है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने की बढ़ती कीमतों का सीधा असर घरेलू बाजार पर पड़ता है।
घरेलू कारकों ने बढ़ाई महंगाई
भारत की सोने की मांग मुख्यतः आयात पर निर्भर करती है। इस साल रुपया डॉलर के मुकाबले 3.8% कमजोर हुआ है। रुपये की कमजोरी के कारण सोना भारतीय खरीदारों के लिए और महंगा हो गया है। आयात महंगा होने से घरेलू बाजार में दामों पर तेजी का दबाव बना हुआ है।
भारतीय रिजर्व बैंक ने अपने सोना भंडार को 2023 के 8.1% से बढ़ाकर सितंबर 2025 तक 14% करने का लक्ष्य रखा है। यह कदम देश की मजबूत वित्तीय स्थिति और सोने में बढ़ते भरोसे को दर्शाता है। त्योहारी सीजन में बढ़ती मांग ने भी कीमतों को समर्थन दिया है।
बुलियन एसोसिएशन के रेट अपडेट
इंडियन बुलियन एंड ज्वेलर्स एसोसिएशन दिन में दो बार सोने और चांदी के भाव जारी करता है। पहला अपडेट दोपहर 12 बजे के आसपास और दूसरा शाम 5 बजे के करीब आता है। यह संस्था बिना जीएसटी और जीएसटी सहित दोनों प्रकार के भाव प्रकाशित करती है।
आईबीजेए द्वारा जारी दरों में मेकिंग चार्ज शामिल नहीं होता है। ज्वेलर्स दुकानों पर गहनों की कीमतों में मेकिंग चार्ज और अन्य शुल्क जुड़ जाते हैं। इसलिए अंतिम खरीदारी पर भाव थोड़े अलग हो सकते हैं। बाजार विशेषज्ञ त्योहारी सीजन में और कीमतों में उतार-चढ़ाव की संभावना जताते हैं।
