Karnataka News: कर्नाटक के गोकर्णा में रामतीर्थ पहाड़ी की गुफा में एक रूसी महिला और उसकी दो छोटी बेटियों को पुलिस ने बचाया। यह हैरान करने वाली घटना 9 जुलाई 2025 को सामने आई, जब गोकर्णा पुलिस पर्यटकों की सुरक्षा के लिए गश्त कर रही थी। महिला आध्यात्मिक शांति की तलाश में गुफा में रह रही थी। उसका वीजा 2017 में समाप्त हो चुका था।
गुफा में रहस्यमयी खोज
9 जुलाई को शाम 5 बजे इंस्पेक्टर श्रीधर एस.आर. और उनकी टीम रामतीर्थ पहाड़ी पर गश्त कर रही थी। भूस्खलन संभावित क्षेत्र में गुफा के पास कपड़े लटके देख पुलिस सतर्क हुई। जांच में 40 वर्षीय नीना कटीना अपनी बेटियों प्रेमा (6) और आमा (4) के साथ मिली। हिंदुस्तान टाइम्स के अनुसार, घने जंगल और खतरनाक वन्यजीवों के बीच यह परिवार दो सप्ताह से रह रहा था।
आध्यात्मिक खोज और गुफा जीवन
नीना ने बताया कि वह गोवा से गोकर्णा आई थी। हिंदू धर्म और आध्यात्मिक शांति की खोज में उसने गुफा को चुना। वहां वह पूजा और ध्यान करती थी। गुफा में भगवान रुद्र की मूर्ति भी मिली। पुलिस को बच्चों की सुरक्षा की चिंता हुई, क्योंकि क्षेत्र में सांप और भूस्खलन का खतरा था। नीना को समझाने के बाद पुलिस उन्हें सुरक्षित बाहर लाई।
वीजा उल्लंघन का खुलासा
पुलिस ने नीना के दस्तावेजों की जांच की। शुरू में उसने पासपोर्ट गुम होने की बात कही, लेकिन वन विभाग की मदद से दस्तावेज मिले। जांच में पता चला कि नीना का बिजनेस वीजा 2017 में समाप्त हो चुका था। वह 2018 में नेपाल गई और फिर भारत लौट आई। वीजा उल्लंघन के कारण पुलिस ने कानूनी कार्रवाई शुरू की। परिवार को अब बेंगलुरु ले जाया जाएगा।
सुरक्षित स्थान पर स्थानांतरण
पुलिस ने नीना और उनकी बेटियों को कुमटा तालुक के बंकीकोडला गांव के आश्रम में पहुंचाया, जो स्वामी योगरत्ना सरस्वती संचालित करती हैं। उत्तर कन्नड़ पुलिस अधीक्षक एम. नारायण ने बताया कि परिवार को कारवार के महिला रिसेप्शन सेंटर में भेजा गया है। रूसी दूतावास से संपर्क कर उनकी वापसी की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। बच्चों की सुरक्षा प्राथमिकता है।
पुलिस की सतर्कता और चुनौतियां
रामतीर्थ पहाड़ी का क्षेत्र भूस्खलन और वन्यजीवों के लिए खतरनाक है। पुलिस की नियमित गश्त ने इस परिवार को सुरक्षित निकाला। नीना का कहना था कि वह शहरी जीवन से दूर शांति चाहती थी। हालांकि, बच्चों के साथ ऐसी जोखिम भरी जगह पर रहना चिंताजनक था। पुलिस अब यह जांच कर रही है कि परिवार जंगल में भोजन और पानी कैसे प्राप्त कर रहा था।
