Karnataka News: कर्नाटक के गोकर्ण में एक रूसी महिला नीना कुटीना और उनकी दो बेटियों को रामतीर्थ पहाड़ी की गुफा में रहते पाया गया। 9 जुलाई को पुलिस ने उन्हें खोजा। नीना का वीजा 2017 में खत्म हो चुका था। अब उन्हें बेंगलुरु के डिटेंशन सेंटर में रखा गया है। अधिकारियों ने बच्चों के पिता, एक इजरायली कारोबारी, का पता लगा लिया है। डिपोर्टेशन की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है।
गुफा में जन्म और इजरायली कारोबारी
नीना कुटीना ने बताया कि उनकी एक बेटी का जन्म गोवा की गुफा में हुआ था। बच्चों के पिता एक इजरायली कारोबारी हैं, जिनसे उनकी मुलाकात 2017 या 2018 में हुई थी। फॉरेनर्स रीजनल रजिस्ट्रेशन ऑफिस (FRRO) ने इस कारोबारी से संपर्क किया है। वह भारत में बिजनेस वीजा पर है। अधिकारियों ने पुष्टि की कि नीना और बच्चों को रूस डिपोर्ट करने में एक महीना लगेगा।
आध्यात्मिक खोज और गोकर्ण
नीना 2016 में बिजनेस वीजा पर भारत आई थीं। हिंदू धर्म और आध्यात्मिकता से प्रभावित होकर वह गोवा से गोकर्ण पहुंचीं। रामतीर्थ पहाड़ी की गुफा में वह अपनी बेटियों, 6 वर्षीय प्रेया और 4 वर्षीय अमा के साथ रह रही थीं। गुफा में रुद्र की मूर्ति थी। नीना ने बताया कि वह प्रकृति में रहना पसंद करती हैं। पुलिस ने उन्हें कुमटा के एक आश्रम में स्थानांतरित किया।
डिपोर्टेशन की प्रक्रिया
FRRO ने रूसी कॉन्सुलेट को सूचित कर दिया है। नीना और उनकी बेटियों को तुमकुरु के डिटेंशन सेंटर में रखा गया है। अधिकारियों का कहना है कि डिपोर्टेशन की औपचारिकताएं पूरी होने में समय लगेगा। नीना का एक अन्य बच्चा रूस में है, जिसके बारे में चेन्नई के रूसी कॉन्सुल जनरल को सूचना दी गई है। पुलिस ने गुफा से नीना का पासपोर्ट और वीजा दस्तावेज बरामद किए।
पुलिस की खोज और चुनौतियां
9 जुलाई को गोकर्ण पुलिस ने रामतीर्थ पहाड़ी पर गश्त के दौरान गुफा में नीना और उनकी बेटियों को देखा। गुफा भूस्खलन और सांपों से भरे खतरनाक क्षेत्र में थी। नीना ने पहले अपने दस्तावेजों के बारे में जानकारी नहीं दी। बाद में पुलिस ने गुफा से उनके दस्तावेज बरामद किए। नीना ने दावा किया कि वह कई देशों में जंगल में रह चुकी हैं।
