Karnataka News: कर्नाटक के गोकर्णा में रूसी महिला नीना कुटिना और उनकी दो बेटियों को रमाटीर्था पहाड़ियों की गुफा में पाया गया। उनके पूर्व साथी, इजरायली ड्रोर गोल्डस्टीन ने बेटियों की कस्टडी की मांग की। नीना का वीजा 2017 में समाप्त हो चुका है। पुलिस ने 11 जुलाई को उन्हें बरामद किया। गोल्डस्टीन ने गोवा में शिकायत दर्ज की थी।
मुलाकात से विवाद तक
नीना और गोल्डस्टीन की मुलाकात 2017 में गोवा के अरोम्बोल बीच पर हुई। दोनों ने साथ समय बिताया, और 2018 में नीना गर्भवती हुई। उनकी पहली बेटी यूक्रेन में, दूसरी गोवा में पैदा हुई। गोल्डस्टीन का आरोप है कि नीना ने उन्हें बेटियों से दूर रखा। उन्होंने बच्चों की शिक्षा और सामाजिकता पर चिंता जताई।
गुफा में जीवन
नीना और उनकी बेटियां गोकर्णा की गुफा में तीन सप्ताह से रह रही थीं। वहां न बिजली थी, न मोबाइल नेटवर्क। नीना ने दावा किया कि वे प्रकृति में खुश थीं। पुलिस ने गुफा में रुद्र मूर्ति और सामान पाया। नीना का कहना है कि वे 20 देशों के जंगलों में रह चुकी हैं।
कस्टडी की कानूनी लड़ाई
गोल्डस्टीन ने गोवा पुलिस में शिकायत दर्ज की थी, लेकिन वे तथ्यों की पुष्टि के लिए उपस्थित नहीं हुए। वे बेटियों की कस्टडी चाहते हैं और डिपोर्टेशन रोकने की मांग कर रहे हैं। उनकी वकील बीना पिल्लई ने कहा कि एक बेटी भारत में जन्मी है। मामला अब कूटनीतिक और कानूनी प्रक्रियाओं पर निर्भर है।
डिपोर्टेशन की प्रक्रिया
नीना का वीजा 2017 में खत्म हुआ था। वे 2018 में नेपाल गईं और फिर भारत लौटीं। अब विदेशी क्षेत्रीय पंजीकरण कार्यालय (FRRO) डिपोर्टेशन की प्रक्रिया शुरू कर चुका है। नीना और उनकी बेटियां तुमकुरु के एक आश्रय में हैं। गोल्डस्टीन का कहना है कि वे बच्चों की शिक्षा और सुरक्षा सुनिश्चित करना चाहते हैं।
