शुक्रवार, दिसम्बर 19, 2025

गोवा नाइट क्लब आग: 25 मौतों के मामले में ED की जांच, शेल कंपनियों का खुलासा

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Goa News: अरपोरा स्थित नाइट क्लब आग कांड की जांच में नया मोड़ आया है। पुलिस को पता चला है कि क्लब मालिकों ने कई शेल कंपनियां बनाई थीं। इन कंपनियों का उपयोग संभवतः काले धन को सफेद करने के लिए किया जा रहा था। इस मामले में अब प्रवर्तन निदेशालय ने भी जांच शुरू कर दी है। क्लब से जुड़े लूथरा ब्रदर्स पर गहरी नजर है।

शेल कंपनियों का जाल

जांच मेंपता चला है कि दिल्ली के एक पते से 42 से अधिक शेल कंपनियां संचालित की जा रही थीं। इनमें से अधिकांश कंपनियों में गौरव और सौरव लूथरा निदेशक के रूप में शामिल थे। ये कंपनियां मुख्य रूप से कागजों पर ही अस्तित्व में थीं। इनका कोई वास्तविक कार्यालय या कर्मचारी नहीं था। इनका प्राथमिक उद्देश्य धन शोधन और कर चोरी रहा होगा।

पैसे को सफेद करने की प्रक्रिया

शेल कंपनियोंके माध्यम से अवैध आय को वैध दिखाया जाता है। क्लब से होने वाली मोटी कमाई इन कंपनियों के खातों में जमा कराई जाती थी। इसके बाद इस पैसे का उपयोग देश-विदेश में संपत्ति खरीदने के लिए किया जा सकता था। इस प्रक्रिया से सरकारी एजेंसियों से पैसे को छिपाना आसान हो जाता है। यह एक संगठित वित्तीय धोखाधड़ी की योजना प्रतीत होती है।

प्रवर्तन निदेशालय ने शुरू की कार्रवाई

गोवापुलिस ने इस पूरे मामले की जानकारी ईडी को दी है। ईडी अब लूथरा ब्रदर्स की संपत्तियों की जांच करेगी। उनके सभी आवासीय और वाणिज्यिक परिसरों की तलाशी ली जा सकती है। देश भर में फैले उनके सभी नाइट क्लब आउटलेट्स भी जांच के दायरे में हैं। इस जांच का उद्देश्य अवैध रूप से अर्जित संपत्ति का पता लगाना है।

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रोमियो लेन का व्यापारिक साम्राज्य

लूथराब्रदर्स ने करीब एक दशक पहले दिल्ली में एक छोटे क्लब से शुरुआत की थी। धीरे-धीरे उनका ब्रांड रोमियो लेन पूरे देश में प्रसिद्ध हो गया। कोरोना महामारी के बाद गोवा में उनके क्लब ने विशेष पहचान बनाई। रोमियो लेन के भारत में 25 से अधिक परिचालन आउटलेट हैं। इन सभी आउटलेट्स से उन्हें भारी मात्रा में नकदी प्रवाह हो रहा था।

कंपनियों की सूची में खास नाम

जांच मेंकई कंपनी नाम सामने आए हैं। ओएसआरजे फूड एंड एंटरटेनमेंट प्राइवेट लिमिटेड इनमें से एक है। बीइंग जीएस हास्पिटैलिटी प्राइवेट लिमिटेड और बीइंग एफएस पैसिफिक हास्पिटैलिटी प्राइवेट लिमिटेड अन्य प्रमुख नाम हैं। वर्च्यू फूड एंड बेवरेजेज प्राइवेट लिमिटेड और जीथ्रीएस फूडशाला प्राइवेट लिमिटेड भी सूची में शामिल हैं। ये सभी कंपनियां एक ही पते से संचालित हो रही थीं।

लिमिटेड लायबिलिटी पार्टनरशिप फर्म्स

इसकेअलावा कई एलएलपी फर्म्स भी पाई गई हैं। अजीजा फूड स्टूडियो और बीइंग आरएल हास्पिटैलिटी इनमें शामिल हैं। रिच पीपल हास्पिटैलिटी और बीइंग जीएस हास्पिटैलिटी गोवा अरपोरा भी महत्वपूर्ण हैं। बीइंग जीएस हास्पिटैलिटी मुंबई और बीइंग जीएस हास्पिटैलिटी गोवा अश्वेम भी इसी श्रेणी में आती हैं। इन फर्म्स का भी वास्तविक व्यवसाय से कोई संबंध नहीं दिखता।

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देश भर में फैले व्यवसायिक पते

येकंपनियां दिल्ली, गोवा, मुंबई और नोएडा जैसे शहरों से जुड़े पते रखती हैं। बीइंग जीएस हास्पिटैलिटी ग्रेटर नोएडा और बीइंग जीएस हास्पिटैलिटी वीके इसके उदाहरण हैं। बीइंग जीएस हास्पिटैलिटी नोएडा और बीइंग भारत रोमियो लेन हास्पिटैलिटी भी मिली हैं। काना बिल्डटेक और बीइंग जीएस हास्पिटैलिटी टैगोर पैसिफिक भी संदिग्ध सूची में हैं।

गोवा के विभिन्न स्थानों पर पंजीकरण

गोवाके कई स्थानों से भी कंपनियां पंजीकृत पाई गई हैं। बीइंग जीएस हास्पिटैलिटी गोवा मोरजिम और बीइंग जीएस हास्पिटैलिटी गोवा असागांव प्रमुख हैं। इन सभी कंपनियों का पंजीकरण एक ही व्यक्ति या समूह से जुड़ा हुआ है। यह पैटर्न संगठित वित्तीय अनियमितता की ओर इशारा करता है। अधिकारी इस पूरे नेटवर्क की गहराई से जांच कर रहे हैं।

आग की घटना और उसके बाद की जांच

उत्तरीगोवा के अरपोरा गांव में बर्च बाय रोमियो लेन नाइट क्लब में भीषण आग लगी थी। इस आग में 25 से अधिक लोगों की मौत हो गई थी। घटना के बाद से ही क्लब के सुरक्षा मानकों और लाइसेंस पर सवाल उठ रहे थे। जांच की शुरुआत में ही वित्तीय अनियमितताओं के सुराग मिलने लगे। यह मामला अब एक बड़े वित्तीय घोटाले की ओर बढ़ रहा है।

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