Himachal Pradesh News: शिमला में आरकेएमवी की छात्राओं के बीच खूनी संघर्ष देखने को मिला। जिसके वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे है। आपको बता दें कि शनिवार को आरकेएमवी महाविद्यालय के बाहर छात्र संगठनों एसएफआई और एबीवीपी से जुड़ी युवतियां आपस में भिड़ गई। मारपीट में कई महाविद्यालय की छात्राएं घायल हो गई हैं। छात्र संगठनों की छात्राओं ने एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगाए हैं। इस दौरान दोनों गुटों एसएफआई और एबीवीपी ने सदर थाने में एक दूसरे के खिलाफ शिकायत दर्ज करायी है। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार शिकायत को लेकर जांच की जा रही है। जांच के बाद एफआईआर दर्ज की जाएगी।
विद्यार्थी परिषद की प्रांत कार्यकारिणी सदस्य पर्वी बस्टा ने बताया कि काॅलेज की कुछ छात्राएं कार्यकर्ता काॅलेज गेट के पास मोमोज खा रही थीं कि इसी बीच कुछ एसएफआई के आऊटसाइडर्स छात्र कार्यकर्ताओं ने वहां आकर छात्राओं के साथ छेड़छाड़ करना शुरू दी। जब छात्राओं ने इसका विरोध किया तो उन्होंने दराट, रॉड व डंडों से उन पर हमला कर दिया। इस हमले में तकरीबन एक दर्जन छात्राओं को गंभीर चोटें आईं और कुछ घायल छात्राएं आईजीएमसी में उपचाराधीन हैं। इस सब में एसएफआई के कार्यकर्ता शामिल हैं। पर्वी ने कहा कि एसएफआई को कन्या महाविद्यालय में बैन किया जाए और आऊटसाइडर्स गुंडों पर भी कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाए।
वहीं एसएफआई के शहरी अध्यक्ष नीतीश राजटा ने कहा कि राजकीय कन्या महाविद्यालय में एबीवीपी के कार्यकर्ताओं द्वारा दिनदहाड़े एसएफआई के कार्यकर्ता पर दराट और डंडों से हमला किया गया। इसमें एसएफआई के कार्यकर्ताओं के साथ-साथ आम छात्राओं को भी काफी गंभीर चोटें आई हैं। उन्होंने कहा कि कहने को तो एबीवीपी राष्ट्रवादी संगठन है परंतु खून-खराबा करना इनके फर्जी राष्ट्रवाद को दर्शाता है।