Kathmandu News: नेपाल की राजधानी काठमांडू में सोशल मीडिया प्रतिबंध के खिलाफ भड़के विरोध प्रदर्शनों में हिंसक झड़पें हुई हैं। प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच हुई इन झड़पों में 16 लोगों की मौत हो गई है जबकि 100 से अधिक घायल हुए हैं। प्रदर्शनकारी संसद भवन में घुस गए थे।
नेपाल सरकार ने 4 सितंबर को 26 सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर प्रतिबंध लगाया था। इसके विरोध में सोमवार को हज़ारों प्रदर्शनकारी सड़कों पर उतर आए। पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े और गोलीबारी की। सेना को तैनात किया गया है।
काठमांडू में लगा कर्फ्यू
हिंसा भड़कने के बाद काठमांडू के संसद भवन क्षेत्र और अन्य इलाकों में कर्फ्यू लगा दिया गया है। अधिकारियों ने उपद्रवियों को देखते ही गोली मारने के आदेश जारी किए हैं। प्रदर्शनकारियों ने पुलिस बैरिकेड्स तोड़ दिए और संसद परिसर में घुसने की कोशिश की।
सरकार का कहना है कि सोशल मीडिया कंपनियों ने स्थानीय नियमों का पालन नहीं किया। इसलिए यह प्रतिबंध लगाया गया। प्रदर्शनकारी इसे अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर हमला मान रहे हैं। वे इसे ‘जेन जेड क्रांति’ का नाम दे रहे हैं।
युवाओं का आक्रोश
ज्यादातर प्रदर्शनकारी युवा वर्ग के हैं। कई स्कूल और कॉलेज की वर्दी में प्रदर्शन में शामिल हुए। उनके हाथों में “स्वतंत्र आवाज हमारा अधिकार है” जैसे नारे लिखे तख्तियां थीं। सरकार ने इंटरनेट और फोन सेवाएं बंद कर दी थीं।
प्रदर्शनकारियों ने टिकटॉक और रेडिट जैसे वैकल्पिक प्लेटफॉर्म्स का इस्तेमाल किया। मैतीघर मंडला से शुरू हुआ प्रदर्शन संसद भवन तक पहुंच गया। पुलिस ने आंसू गैस और पानी की बौछारें छोड़ीं। कुछ प्रदर्शनकारी संसद में घुसने में सफल रहे।
