International News: इजरायल और हमास के बीच गाजा युद्धविराम पर बातचीत रुक गई है। इजरायल ने प्रस्ताव रखा कि गाजा को खाली कराकर फिलिस्तीनियों को दक्षिणी हिस्से में रखा जाए, जो उसकी सेना के नियंत्रण में है। हमास ने इसे मानवाधिकारों का उल्लंघन बताते हुए खारिज कर दिया। यह प्रस्ताव युद्धविराम वार्ता में बाधा बन रहा है। मानवाधिकार संगठन और कई देश भी इस योजना के खिलाफ हैं।
इजरायल का विवादास्पद प्रस्ताव
इजरायल ने सुझाव दिया कि गाजा के अधिकांश हिस्से को खाली कराकर फिलिस्तीनियों को दक्षिणी क्षेत्र में सीमित किया जाए। यह क्षेत्र इजरायली सेना के नियंत्रण में है। रक्षा मंत्री इजरायल काट्ज ने इसकी चर्चा कुछ पत्रकारों से की थी। न्यूयॉर्क टाइम्स ने इसकी विस्तृत जानकारी दी। इस प्रस्ताव से गाजा में फिलिस्तीनियों का जीवन और कठिन हो सकता है। इजरायल ने अभी तक इस पर आधिकारिक बयान नहीं दिया।
हमास का सख्त रुख
हमास ने इजरायल के प्रस्ताव को अस्वीकार करते हुए कहा कि यह युद्धविराम वार्ता को तोड़ने की साजिश है। हमास के वरिष्ठ नेता हुसाम बदरान ने कहा कि कोई भी फिलिस्तीनी इस शर्त को स्वीकार नहीं करेगा। उन्होंने मांग की कि यदि 25 बंधकों को रिहा किया जाता है, तो इजरायल को गाजा से अपनी सेना हटानी होगी। हमास का कहना है कि वह स्थायी युद्धविराम चाहता है।
मानवाधिकार संगठनों की चिंता
मानवाधिकार संगठनों ने इजरायल के प्रस्ताव की कड़ी आलोचना की है। उनका कहना है कि गाजा के लोगों को एक छोटे क्षेत्र में सीमित करना उनके अधिकारों का हनन है। संयुक्त राष्ट्र की परिभाषा के अनुसार, यह नस्लीय सफाई जैसा कदम हो सकता है। संगठनों ने चेतावनी दी कि इससे गाजा में मानवीय संकट और गहरा सकता है। कई परिवार पहले ही विस्थापन और भुखमरी का सामना कर रहे हैं।
अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया
अमेरिका और सऊदी अरब जैसे देशों ने इजरायल के प्रस्ताव का समर्थन नहीं किया। विशेषज्ञों का कहना है कि यह योजना अंतरराष्ट्रीय कानूनों का उल्लंघन करती है। गाजा में पहले से ही मानवीय सहायता की कमी और बुनियादी ढांचे का विनाश लोगों को प्रभावित कर रहा है। इस प्रस्ताव ने वैश्विक समुदाय में चिंता बढ़ा दी है। कई देशों ने युद्धविराम के लिए तत्काल वार्ता की मांग की है।
गाजा में बढ़ता तनाव
7 अक्टूबर 2023 को हमास के हमले के बाद इजरायल ने गाजा में सैन्य कार्रवाई शुरू की थी। इस संघर्ष में अब तक 57,000 से अधिक फिलिस्तीनी मारे गए हैं। इजरायल का कहना है कि वह हमास को खत्म करना चाहता है, जबकि हमास गाजा में अपनी सत्ता बनाए रखने की कोशिश में है। युद्धविराम की उम्मीदें अब इस नए विवाद के कारण धूमिल हो रही हैं।
