Bihar News: पटना के पारस अस्पताल में गैंगस्टर चंदन मिश्रा की गोली मारकर हत्या कर दी गई। पांच शूटरों ने ICU में घुसकर दिनदहाड़े वारदात को अंजाम दिया। चंदन पैरोल पर इलाज के लिए भर्ती था। उसकी जिद के कारण वह एक दिन ज्यादा रुका। इससे दुश्मनों को हमले का मौका मिला। पुलिस ने हत्यारों की तलाश शुरू की। CCTV फुटेज में हमलावर बेखौफ दिखे। बिहार में अपराध ने सनसनी मचा दी।
जिद ने ली जान
चंदन मिश्रा को 15 जुलाई को बवासीर के इलाज के लिए भर्ती किया गया। 16 जुलाई को उसे छुट्टी मिलनी थी। लेकिन उसने डॉक्टरों से एक दिन और रुकने की जिद की। 17 जुलाई को तौसीफ बादशाह और उसके साथियों ने ICU में घुसकर उसे गोलियों से भून दिया। अगर वह समय पर डिस्चार्ज हो जाता, तो शायद बच जाता। इस घटना ने चंदन के परिवार और इलाके को झकझोर दिया। पुलिस जांच में जुटी है।
साजिश और हमला
पुलिस को शक है कि चंदन की हत्या की साजिश जेल में रची गई। तौसीफ बादशाह और शेरू गैंग ने अस्पताल की रेकी की थी। 9 एमएम पिस्टल से हमलावरों ने चंदन को निशाना बनाया। CCTV में पांच लोग कमरे में घुसते दिखे। हमले के समय कोई पुलिसकर्मी मौजूद नहीं था। तौसीफ और उसके साथी फरार हैं। पुलिस ने बक्सर और पटना में छापेमारी शुरू की। यह हत्या गैंग युद्ध से जुड़ी मानी जा रही है।
चंदन का आपराधिक रिकॉर्ड
चंदन मिश्रा बक्सर का कुख्यात गैंगस्टर था। उस पर 24 से ज्यादा मामले दर्ज थे, जिनमें 12 हत्याएं शामिल थीं। राजेंद्र केसरी की हत्या के लिए उसे उम्रकैद मिली थी। हाल ही में उसे बक्सर से भागलपुर जेल भेजा गया था। तबीयत खराब होने पर पैरोल मिली। अस्पताल में सुरक्षा की कमी ने हमलावरों को आसानी दी। यह घटना बिहार में कानून-व्यवस्था पर सवाल उठाती है।
