Ecuador News: इक्वाडोर के गुआयस प्रांत में रविवार देर रात एक नाइटक्लब के बाहर हुए गैंग वायलेंस ने हड़कंप मचा दिया। सांता लुका में हुई गोलीबारी में 8 लोगों की मौत हो गई, जबकि 3 लोग गंभीर रूप से घायल हैं। पुलिस के मुताबिक, हमलावर भारी हथियारों से लैस थे। यह घटना देश में बढ़ते संगठित अपराध का हिस्सा मानी जा रही है।
हमलावरों ने की अंधाधुंध फायरिंग
पुलिस कर्नल जेवियर चांगो ने बताया कि हमलावर दो पिकअप ट्रकों में सवार होकर आए। उन्होंने सांता लुका के नापोलेस नाइटक्लब के बाहर पी रहे लोगों पर ताबड़तोड़ गोलीबारी की। सात लोग मौके पर मरे, जबकि एक की अस्पताल में मौत हुई। घटनास्थल पर 800 कारतूस के खोखे मिले। हमलावर अज्ञात रास्ते से भाग गए।
मृतकों में नाइटक्लब मालिक भी शामिल
मृतकों में नाइटक्लब मालिक जॉर्ज उरक्विजो भी शामिल हैं, जो सांता लुका के मेयर के भाई थे। मेयर कार्यालय ने सोशल मीडिया पर शोक जताया। मृतकों की उम्र 20 से 40 वर्ष के बीच थी। पुलिस ने एक संदिग्ध को रिवॉल्वर के साथ पकड़ा, लेकिन उसका हमले से संबंध स्पष्ट नहीं है। पुलिस सभी संभावनाओं की जांच कर रही है।
ड्रग तस्करी से जुड़ा गैंग वायलेंस
अधिकारियों का मानना है कि यह गैंग वायलेंस ड्रग तस्करी को लेकर आपराधिक गिरोहों के बीच संघर्ष का नतीजा है। इक्वाडोर के बंदरगाहों से दुनिया का 70% कोकेन तस्करी होता है। गुआयस, एल ओरो, मैनाबी और लॉस रोस प्रांतों में आपातकाल लागू है। सीबीएस न्यूज के अनुसार, ये गिरोह ट्रांसनेशनल ड्रग कार्टेल्स से जुड़े हैं।
हाल के महीनों में बढ़ी हिंसा
पिछले कुछ महीनों में इक्वाडोर के तटीय प्रांतों में गैंग वायलेंस बढ़ा है। दो दिन पहले एल ओरो प्रांत में एक नाव पर हमले में चार लोग मारे गए थे। इस साल जनवरी से मई तक 4,051 हत्याएं दर्ज हुईं। 2024 में 7,000 और 2023 में 8,008 हत्याएं हुई थीं। हिंसा की वजह ड्रग तस्करी मार्गों पर नियंत्रण की लड़ाई है।
आपातकाल के बावजूद हिंसा बेकाबू
राष्ट्रपति डैनियल नोबोआ ने गुआयस सहित चार प्रांतों में दो महीने का आपातकाल लागू किया है। इसके बावजूद हिंसा पर काबू नहीं पाया जा सका। सैन्य और पुलिस की तैनाती के बाद भी अपराधी गिरोह सक्रिय हैं। पुलिस ने गोलीबारी की वजह का पता लगाने के लिए जांच तेज कर दी है, लेकिन अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई।
सांता लुका में शोक की लहर
सांता लुका में इस घटना से शोक की लहर है। स्थानीय लोग और मेयर कार्यालय ने पीड़ितों के परिवारों के प्रति संवेदना जताई। पुलिस ने शवों को डौले के मुर्दाघर में भेज दिया है। यह घटना इक्वाडोर में बढ़ते संगठित अपराध और सुरक्षा चुनौतियों को उजागर करती है।
