Uttar Pradesh News: खीरों के तिवारी खेड़ा गांव में एक बड़ा धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। एक व्यक्ति पर आरोप लगा है कि उसने हिमाचल प्रदेश के एक युवक के फर्जी कागजात बनाकर सेना में नौकरी प्राप्त की। इसके साथ ही गांव की एक महिला की जमीन भी धोखाधड़ी से हड़प लेने का आरोप है। पीड़िता ने सीधे पुलिस अधीक्षक डॉ. यशवीर सिंह से शिकायत की, जिसके बाद मामला दर्ज किया गया।
पुलिस ने अमित कुमार शुक्ला, उसकी पत्नी शिखा तिवारी, भाई अंकित शुक्ल और मां ऊषा देवी के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। शिकायतकर्ताओं रानी और सचिन वाजपेयी का आरोप है कि अमित ने गौरव सिंह चौहान नामक हिमाचल प्रदेश निवासी के शैक्षणिक प्रमाण पत्रों का इस्तेमाल कर सेना में भर्ती हुआ। वह गौरव सिंह चौहान का फर्जी परिचय देकर कई वर्षों से नौकरी कर रहा था।
परिवार पर जान-माल की धमकी के आरोप
आरोपियों के परिवार पर भी आरोप लगे हैं कि वे इस पूरे फर्जीवाड़े के बारे में जानते थे और उसका साथ दे रहे थे। शिकायत में यह भी दावा किया गया है कि चारों आरोपित पीड़िता रानी और उसके परिवार को लगातार जान-माल की धमकी दे रहे थे। इन धमकियों के चलते पीड़ित परिवार काफी डरा हुआ था और उसने ही पुलिस अधीक्षक से सीधी गुहार की।
जमीन हड़पने के मामले में आरोप है कि आरोपियों ने रानी की गांव स्थित एक भूमि को धोखाधड़ी से अपने नाम करवा लिया। इस जमीन के एवज में रानी को महज दस हजार रुपये बयाना के तौर पर दिए गए और एक चेक भी दी गई। बाद में यह चेक भी फर्जी निकली। इससे आरोपियों की धोखाधड़ी की योजना और भी स्पष्ट हो गई।
सरकारी कालोनी पर कब्जे का मामला
मामला और गंभीर तब हो गया जब पीड़िता रानी ने एक और गंभीर आरोप लगाया। उसने बताया कि उसके पिता द्वारा बनवाई गई एक सरकारी कालोनी पर भी आरोपियों ने जबरदस्ती कब्जा कर लिया है। इस जबरन कब्जे के कारण पीड़िता और उसका परिवार बेघर हो गया है। उन्हें अपना ही घर छोड़ने के लिए मजबूर होना पड़ा।
पीड़ितों ने पुलिस अधीक्षक से कई मांगें की हैं। उन्होंने आरोपित अमित कुमार शुक्ला की सेना से तत्काल बर्खास्तगी की मांग की है। साथ ही, जमीन हड़पने और जबरन कब्जा करने के मामले में कड़ी से कड़ी कानूनी कार्रवाई की मांग की गई है। पुलिस अधीक्षक ने इस शिकायत पर त्वरित कार्रवाई करते हुए मामला दर्ज करने के आदेश दिए।
पुलिस की कार्रवाई जारी
खीरों थानाध्यक्ष संतोष कुमार सिंह ने इस मामले की पुष्टि करते हुए बताया कि शिकायत मिलने के बाद तुरंत केस दर्ज कर लिया गया है। प्रारंभिक जांच में आरोपित अमित के दूसरे व्यक्ति के नाम से नौकरी करने की बात सामने आई है। पुलिस अब आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए कार्रवाई कर रही है और मामले की गहराई से जांच की जा रही है।
सेना में फर्जी पहचान के आधार पर नौकरी करने का यह मामला गंभीर सुरक्षा चिंताएं खड़ी करता है। इससे सुरक्षा बलों की भर्ती प्रक्रिया में संभावित खामियों का भी पता चलता है। पुलिस अब यह पता लगा रही है कि आरोपित ने फर्जी दस्तावेज बनवाने के लिए किस-किस का सहारा लिया और यह साजिश कितने लोगों ने रची थी।
