Himachal News: हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर में ठगी के एक पुराने मामले में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है। सदर थाना हमीरपुर के तहत कबूतरबाजी के दो साल पुराने केस में एक युवती को पंजाब के जीरकपुर से गिरफ्तार किया गया। इस मामले में युवती और उसके भाई ने एक स्थानीय युवक से विदेशी नौकरी का झांसा देकर 15.28 लाख रुपये ठगे थे। यह गिरफ्तारी पीड़ित की शिकायत और पुलिस की लंबी तलाश के बाद संभव हुई।
विदेशी नौकरी के नाम पर धोखा
दो साल पहले जीरकपुर, मोहाली की रहने वाली युवती प्रीति और उसके भाई प्रिंस ने हमीरपुर के एक युवक को विदेश भेजने और नौकरी दिलाने का लालच दिया। दोनों ने मिलकर 15.28 लाख रुपये वसूले, लेकिन न तो नौकरी मिली और न ही विदेश भेजा गया। जब पीड़ित को ठगी का अहसास हुआ, उसने 2023 में सदर थाना हमीरपुर में शिकायत दर्ज कराई। इस मामले ने उन लोगों की उम्मीदों पर चोट पहुंचाई, जो विदेश में बेहतर भविष्य की तलाश में थे।
पुलिस को चकमा दे रही थी युवती
शिकायत के बाद पुलिस ने IPC की धारा 420 (धोखाधड़ी) और 120B (आपराधिक साजिश) के तहत मामला दर्ज किया। प्रीति के भाई प्रिंस को पहले ही गिरफ्तार किया गया था, जो अब जमानत पर है। प्रीति लंबे समय तक पुलिस को चकमा देती रही। वह जीरकपुर में सैलून में काम करती थी और पुलिस के पहुंचने से पहले फरार हो जाती थी। मंगलवार को हमीरपुर पुलिस की पीओ सेल ने आखिरकार उसे ढकोली, जीरकपुर से गिरफ्तार कर लिया। यह कार्रवाई पुलिस की सतर्कता का परिणाम है।
भाई था ठगी का मास्टरमाइंड
एसपी हमीरपुर भगत सिंह के अनुसार, जांच में पता चला कि प्रीति के बैंक खाते में 5.7 लाख रुपये जमा हुए थे। प्रीति का भाई प्रिंस इस ठगी का मास्टरमाइंड था और कबूतरबाजी का काम करता था। पुलिस ने प्रीति को नियमानुसार गिरफ्तार किया है और मामले की गहन जांच कर रही है। यह मामला उन लोगों के लिए सबक है, जो विदेशी नौकरी के झूठे वादों पर भरोसा करते हैं।
