Bihar News: बिहार के आरा में गुरूवार को जनसंवाद कार्यक्रम के दौरान पूर्व सांसद आनंद मोहन बीजेपी और आरएसएस पर जमकर गरजे. कार्यक्रम के दौरान आंनद मोहन ने पीएम मोदी की तुलना सुरमा भोपाली से कर दी जबकि राष्ट्रीय स्वंय सेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत को ईरानी धर्मगुरु खमैनी बताते हुए संघ परिवार पर परिवारवाद का आरोप लगा दिया.
आनंद मोहन कार्यकाम में भाषण देते हुए अपने पुराने तेवर में नजर आए. इस दौरान आनंद मोहन ने अल्पसंख्यकों का पक्ष लेते हुए कहा कि देश में हवा फैलाई जा रही है कि 80% वालों को 20% वालों से डर लगता है, हमारे प्रधानमंत्री सुरमा भोपाली हैं फिर भी हम सभी को ही डर लग रहा है? यह कहां तक सही है.
आनंद मोहन ने भागवत को बताया खमैनी
आनंद मोहन ने देश का नाम इंडिया से बदलकर भारत करने के अटकलों पर मोहन भागवत के बयान का जिक्र करते हुए उनकी तुलना ईरानी धर्मगुरु खमैनी से कर दी. आंनद मोहन इतने पर ही नहीं रूके, उन्होंने अयोध्या में बन रहे राम जन्मभूमि मंदिर को लेकर पूरे देश से मंगवाई गई ईंट का हिसाब और लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल की मूर्ति निर्माण के नाम पर देश भर से लोहा इकट्ठा करने पर भी सवाल खड़ा किया.
उन्होंने कहा, बीजेपी और संघ से हिसाब मांगते हुए उन्होंने पूछा, इतनी भारी मात्रा में जो देश के लोगों ने अपनी आस्था से ईंट और लोहा भेजी थी वो कहां गया. पूर्व सांसद आनंद मोहन ने चंद्रयान-3 की लैंडिग प्वाइंट का नाम शिवशक्ति रखने पर भी ऐतराज जताया. उन्होंने कहा कि चांद पर शिवशक्ति केन्द्र की क्या जरूरत है जहां शिव का पहले से परमानेंट स्थान मानसरोवर है उस पर कब्जा कीजिए.
पूर्व सांसद ने कहा कि चांद पर कलाम जी के नाम से केंद्र बना देते तो क्या दिक्कत होती. आनंद मोहन ने संघ परिवार पर सबसे बड़ा परिवारवाद का आरोप लगाते हुए संघ में चुनाव कराने और उनके फंडिंग की ऑडिट कराने पर सवाल खड़े किए.
नीतीश की तारीफ, अमित शाह पर हमला
वहीं कानून में बदलाव कर जेल से बाहर निकालने को लेकर आनंद मोहन ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की खूब तारीफ की और अमित शाह पर निशाना साधा. आनंद मोहन ने कहा कि नीतीश कुमार एक बदलाव लाए जेल से हमें छोड़ने के लिए लेकिन दूसरा बदलाव अमित शाह लाए अलग कानून बनाकर हमें फिर से जेल भेजने के लिए तो, अमित शाह समझ जाएं कि आनंद मोहन इससे डरने वाला नहीं है और ना ही मेरी कोई आवाज दबा सकता है.
बीजेपी पर निशाना साधते हुए आनंद मोहन ने आगे कहा, ‘हम डरनेवालों में से नहीं हैं, हम लड़ने वालों में से हैं. आनंद मोहन सिर्फ डरता है तो ऊपर वाले से इसके अलावा वह किसी से नहीं डरता, लेकिन डर जिससे डरता है उसका नाम आनंद मोहन है.’