Shimla News: हिमाचल प्रदेश के पूर्व पुलिस महानिदेशक (DGP) ईश्वर देव भंडारी का मंगलवार को निधन हो गया। उन्हें शिमला में दिल का दौरा पड़ा, जिसके बाद उन्हें आईजीएमसी अस्पताल ले जाया गया, जहाँ उपचार के दौरान उनकी मृत्यु हो गई। वह 1982 बैच के भारतीय पुलिस सेवा (IPS) अधिकारी थे और राज्य में कई महत्वपूर्ण पदों पर रहे।
एक विवादित और अनुभवी पुलिस अधिकारी
आई डीभंडारी ने अपने करियर में राज्य पुलिस के विभिन्न उच्च पदों पर कार्य किया। वह अतिरिक्त डीजीपी (CID) और हिमाचल प्रदेश सतर्कता एवं भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के अतिरिक्त निदेशक जनरल भी रहे। उनका कार्यकाल फोन टैपिंग कांड के आरोपों के कारण विवादों में भी रहा।
2012 में डीजीपी पद से हटाया गया था
साल 2012 मेंतत्कालीन वीरभद्र सिंह सरकार ने उन पर फोन टैपिंग के आरोप लगाए थे। इसके चलते उन्हें पुलिस प्रमुख के पद से हटा दिया गया था और एक मामला भी दर्ज किया गया था। हालाँकि, साल 2016 में एक निचली अदालत ने उन्हें इस मामले में बरी कर दिया था।
शिक्षा और व्यक्तिगत जीवन
भंडारीमूल रूप से बिलासपुर जिले के मंजीसु गांव के निवासी थे। उन्होंने बिलासपुर के कंदरौर से प्रारंभिक शिक्षा प्राप्त की। उच्च शिक्षा के लिए वह पंजाब यूनिवर्सिटी, चंडीगढ़ गए। तीन दशकों से अधिक की सेवा के बाद वह डीजीपी के पद से रिटायर हुए थे।
सोशल मीडिया पर थे सक्रिय
वह फेसबुक पर काफी सक्रिय रहते थे और सामाजिक व राजनीतिक मुद्दों पर अपने विचार साझा करते थे। 30 अगस्त को ही उन्होंने हिमाचल प्रदेश में आई प्राकृतिक आपदा पर चिंता जताते हुए एक पोस्ट लिखी थी। उन्होंने पहाड़ों के विकास की रणनीति बदलने की जरूरत पर जोर दिया था।
मुख्यमंत्री और नेताओं ने जताया शोक
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने उनके निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि भंडारी ने अपनी सेवा में पूरी निष्ठा और लगन से कार्य किया। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह ने भी शोक संतप्त परिवार के प्रति संवेदना प्रकट की है। उनके अंतिम संस्कार की तैयारी की जा रही है।
