Rajasthan News: राजस्थान पुलिस के स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप ने 2021 सब इंस्पेक्टर भर्ती पेपर लीक मामले में बड़ी कार्रवाई की। पूर्व सीएम अशोक गहलोत के सिक्योरिटी ऑफिसर राजकुमार यादव और उनके बेटे भरत यादव को गिरफ्तार किया गया। यह कार्रवाई शुक्रवार रात जयपुर में हुई। राजकुमार ने अपने बेटे के लिए पेपर खरीदा था। इस गिरफ्तारी ने राजस्थान की सियासत में हड़कंप मचा दिया।
SOG की कार्रवाई और गिरफ्तारी
स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप ने शुक्रवार रात राजकुमार यादव और उनके बेटे भरत को गिरफ्तार किया। दोनों को जयपुर में उनके घर से पकड़ा गया। SOG ने कोर्ट में दोनों को पेश किया। कोर्ट ने तीन दिन की रिमांड मंजूर की। जांच में पता चला कि राजकुमार ने अपने बेटे के लिए पेपर खरीदा था। इस मामले में अब तक 120 लोग गिरफ्तार हो चुके हैं।
पेपर लीक का खुलासा
राजकुमार यादव ने 2021 SI भर्ती परीक्षा का पेपर पहले ही हासिल कर लिया था। उन्होंने यह पेपर अपने बेटे भरत को दिया। भरत ने लिखित परीक्षा पास की, लेकिन फिजिकल टेस्ट में फेल हो गए। इस वजह से उनका चयन नहीं हुआ। जांच में SOG को यह जानकारी ट्रेनी SI सत्येंद्र सिंह यादव से मिली। सत्येंद्र को गुरुवार को गिरफ्तार किया गया था।
राजकुमार यादव का गहलोत से कनेक्शन
राजकुमार यादव पूर्व सीएम अशोक गहलोत के PSO रह चुके हैं। गहलोत के CM रहते वह उनकी सुरक्षा में तैनात थे। वर्तमान में भी वह गहलोत के सिक्योरिटी ऑफिसर थे। राजकुमार जयपुर सिटी पुलिस लाइन में हेड कांस्टेबल हैं। उन्होंने पूर्व कैबिनेट मंत्री महेंद्रजीत मालवीय की सुरक्षा में भी काम किया था। उनकी गिरफ्तारी से सियासी हलचल तेज हो गई है।
पेपर लीक का स्रोत
SOG की जांच में पता चला कि राजकुमार ने पेपर कुंदन पंड्या से खरीदा था। कुंदन को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है। कुंदन ने यह पेपर RPSC सदस्य बाबूलाल कटारा से लिया था। कटारा भी इस मामले में गिरफ्तार हो चुके हैं। जांच में और बड़े खुलासे की उम्मीद है। इस घोटाले में 54 ट्रेनी SI भी पकड़े गए हैं।
सियासी बयानबाजी शुरू
गिरफ्तारी के बाद सियासी बयानबाजी तेज हो गई। केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने X पर गहलोत पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि गहलोत ने अपने करीबियों को फायदा पहुंचाया। बीजेपी नेताओं ने भी इस मुद्दे पर सवाल उठाए। गहलोत ने X पर कहा कि दोषी को सजा मिलनी चाहिए। कांग्रेस की ओर से अभी कोई बड़ा बयान नहीं आया है।
जांच का दायरा बढ़ा
SOG ने इस मामले में अब तक 120 लोगों को गिरफ्तार किया है। इनमें 54 ट्रेनी सब इंस्पेक्टर शामिल हैं। जांच में कई सरकारी अधिकारियों और बिचौलियों के नाम सामने आए हैं। SOG ने जयपुर, बीकानेर और अन्य जिलों में छापेमारी की। जांच का दायरा और बढ़ सकता है। सरकार ने इस मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच तेज करने के आदेश दिए हैं।
कोर्ट की भूमिका
कोर्ट ने राजकुमार और भरत को तीन दिन की रिमांड पर भेजा। SOG को और सबूत जुटाने के लिए समय चाहिए। इससे पहले, हाई कोर्ट ने 26 आरोपियों को जमानत दी थी। कोर्ट ने SOG की जांच पर सवाल उठाए थे। अब इस गिरफ्तारी से SOG को अपनी जांच मजबूत करने का मौका मिला है। आगे की सुनवाई में और खुलासे हो सकते हैं।
राजस्थान में पेपर लीक की समस्या
राजस्थान में पेपर लीक की घटनाएं आम हो गई हैं। REET, पटवारी, RAS और SI भर्ती परीक्षाएं लीक का शिकार हुईं। इस मामले ने प्रशासनिक व्यवस्था पर सवाल खड़े किए हैं। SOG की कार्रवाई से उम्मीद है कि दोषियों को सजा मिलेगी। जनता में इस मामले को लेकर गुस्सा है। लोग पारदर्शी भर्ती प्रक्रिया की मांग कर रहे हैं।
भविष्य की कार्रवाई
SOG अब इस मामले में और गहराई से जांच कर रही है। राजकुमार और भरत से पूछताछ में नए नाम सामने आ सकते हैं। जांच में शामिल अन्य अधिकारियों पर भी नजर है। सरकार ने इस घोटाले को गंभीरता से लिया है। भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए कड़े कदम उठाए जा सकते हैं। जनता की नजर इस मामले पर टिकी है।
