Lifestyle Desk: पैरों की तकलीफ को हम अक्सर मामूली समझकर नजरअंदाज कर देते हैं। हल्का सा पैरों में दर्द होने पर लोग पेनकिलर या बाम का सहारा लेते हैं। लेकिन यह लापरवाही भविष्य में भारी पड़ सकती है। आपकी रोजमर्रा की कुछ आदतें पैरों के लिए ‘साइलेंट किलर’ का काम करती हैं। ये आदतें धीरे-धीरे हड्डियों और टिश्यूज को नुकसान पहुंचाती हैं। इससे एक समय बाद चलना-फिरना भी मुश्किल हो जाता है।
गलत फुटवियर का चुनाव
लड़कियों को जूतों के चुनाव में खास सावधानी बरतनी चाहिए। हाई हील्स पहनने से एड़ियों, घुटनों और कमर पर बहुत दबाव पड़ता है। यह आदत पैरों में दर्द और सूजन का बड़ा कारण बनती है। ज्यादा टाइट जूते पहनना भी खतरनाक है। हमेशा आरामदायक सोल वाले जूते ही चुनें। गलत फिटिंग के जूते पहनने से तलवों और उंगलियों में हमेशा दर्द बना रहता है।
नंगे पैर चलने की आदत
कई लोग घर में नंगे पैर चलते हैं। यह आदत पैरों की सेहत के लिए नुकसानदायक है। इससे एड़ियां फटने लगती हैं और त्वचा ड्राई हो जाती है। फटी एड़ियों में घाव बनने से सूजन आ सकती है। सर्दियों में नंगे पैर रहने से पैरों में दर्द की समस्या और बढ़ जाती है। इसलिए पैरों में हमेशा स्लीपर पहनकर रखें।
लगातार एक ही पोजीशन में रहना
किचन में घंटों खड़े होकर काम करने से ब्लड सर्कुलेशन रुक जाता है। इससे पैरों में सूजन आ सकती है। ऑफिस में भी कुर्सी पर पैर लटकाकर बैठने से पिंडलियों में ऐंठन होती है। मैक्स हॉस्पिटल के डॉ. जातिन्दर बीर सिंह जग्गी के अनुसार, काम के बीच में ब्रेक लेना जरूरी है। अगर बैठकर काम कर रहे हैं, तो पैरों को जमीन पर अच्छे से टिकाकर रखें।
क्या है बचाव का तरीका?
पैरों में दर्द से बचने के लिए अपनी डाइट सुधारें। भोजन में कैल्शियम, प्रोटीन और विटामिन डी शामिल करें। हल्की एक्सरसाइज जैसे जॉगिंग और साइकिलिंग करें। पैरों की स्ट्रेचिंग करने से भी मांसपेशियों को आराम मिलता है। दर्द या सूजन को कभी इग्नोर न करें और डॉक्टर की सलाह लें।
