Shimla News: हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश और बाढ़ से क्षतिग्रस्त कुल्लू-मनाली राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच-21) की मरम्मत के लिए एनएचएआई ने 100 करोड़ रुपये जारी किए हैं। इस राजमार्ग के दस स्थान पूरी तरह बह गए हैं जबकि पांच स्थान आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हुए हैं। एनएचएआई ने त्वरित मरम्मत कार्य के लिए ठेकेदारों को तैनात कर दिया है।
राजमार्ग की वर्तमान स्थिति
किरतपुर साहिब से मनाली तक जाने वाला यह महत्वपूर्ण राजमार्ग बाढ़ और भूस्खलन से गंभीर रूप से प्रभावित हुआ है। इससे मनाली का देश के अन्य हिस्सों से संपर्क टूट गया है। फिलहाल केवल हल्के वाहनों की आवाजाही संभव है। स्थानीय लोगों और पर्यटन उद्योग को इससे गंभीर परेशानी हो रही है।
एनएचएआई की त्वरित कार्यवाही
एनएचएआई अध्यक्ष संतोष कुमार यादव ने शिमला में अधिकारियों के साथ बैठक कर स्थिति की समीक्षा की। शिमला क्षेत्रीय कार्यालय को मरम्मत कार्य के लिए तुरंत धनराशि जारी कर दी गई। युद्ध स्तर पर काम चल रहा है ताकि जल्द से जल्द यातायात बहाल हो सके।
भविष्य के लिए स्थायी समाधान
एनएचएआई भविष्य में ऐसी आपदाओं से बचने के लिए स्थायी समाधानों पर विचार कर रहा है। इसमें सुरंगों का निर्माण, ऊंची संरचनाएं और ढलान को मजबूत करना शामिल है। विस्तृत परियोजना रिपोर्ट तैयार करने के निर्देश दिए गए हैं।
राजमार्ग का महत्व
एनएच-21 मनाली को देश के अन्य हिस्सों से जोड़ने वाला महत्वपूर्ण मार्ग है। यह लेह जाने वाले राजमार्ग से भी जुड़ता है। इससे चंडीगढ़, लाहौल-स्पीति और लेह के बीच सीधी संपर्क सुविधा मिलती है। सीमावर्ती इलाकों के विकास में इसकी महत्वपूर्ण भूमिका है।
वैकल्पिक मार्गों की मरम्मत
एनएचएआई ने हिमाचल प्रदेश के लोक निर्माण विभाग को वैकल्पिक सड़कों की मरम्मत के लिए आर्थिक सहायता देने का फैसला किया है। इससे लोगों को राहत मिलेगी और आवाजाही के वैकल्पिक रास्ते उपलब्ध होंगे। स्थानीय प्रशासन भी मरम्मत कार्य में जुटा हुआ है।
