Kangra News: हिमाचल प्रदेश में लगातार जारी भारी बारिश ने पौंग बांध के जलस्तर को एक बार फिर खतरनाक स्तर तक पहुंचा दिया है। शनिवार को सुबह से शाम तक बांध में पानी का इनफ्लो लगातार बढ़ता रहा, जिससे जलस्तर में वृद्धि दर्ज की गई। प्रशासन और बांध प्रबंधन ने स्थिति को गंभीर बताते हुए कड़ी निगरानी शुरू कर दी है।
सुबह सात बजे जलस्तर 1390.23 फीट था। इनफ्लो 64,689 क्यूसेक और आउटफ्लो 49,624 क्यूसेक दर्ज किया गया। दिन भर बारिश के कारण पानी का प्रवाह बढ़ता गया। सुबह ग्यारह बजे तक जलस्तर बढ़कर 1390.33 फीट पर पहुंच गया। इस समय इनफ्लो बढ़कर 72,221 क्यूसेक हो गया था।
दोपहर बाद भी स्थिति में सुधार नहीं हुआ। पानी का प्रवाह लगातार जारी रहा। शाम चार बजे तक जलस्तर 1390.50 फीट के निशान को छूने लगा। इनफ्लो भी बढ़कर 79,754 क्यूसेक पर पहुंच गया। यह बढ़ोतरी लगातार जारी रही।
शाम पांच बजे के आंकड़े और भी चिंताजनक थे। जलस्तर बढ़कर 1390.54 फीट दर्ज किया गया। इस समय इनफ्लो 80,077 क्यूसेक था। आउटफ्लो को 49,947 क्यूसेक पर नियंत्रित किया गया। बांध प्रबंधन पूरी स्थिति पर नजर बनाए हुए है।
फतेहपुर और इंदौरा में किसानों की फसलें तबाह
पौंग बांध से छोड़े गए पानी का सबसे बुरा असर निचले इलाकों में देखने को मिल रहा है। फतेहपुर और इंदौरा क्षेत्र के दर्जनों गांव इससे प्रभावित हुए हैं। बाढ़ के पानी ने खेतों में खड़ी फसलों को पूरी तरह से बर्बाद कर दिया है।
स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि उनकी मक्की और धान की फसलें पानी में डूब गई हैं। इससे उन्हें भारी नुकसान उठाना पड़ा है। कई घरों में पानी घुसने के कारण लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पलायन करना पड़ा। ग्रामीण अपने भविष्य को लेकर चिंतित हैं।
एक ग्रामीण ने बताया कि पानी ने उनकी पूरी फसल चौपट कर दी है। अब परिवार का पालन-पोषण कैसे होगा, यही सबसे बड़ी चिंता है। उन्होंने सरकार से तत्काल राहत और मदद की अपील की।
प्रशासन और बीबीएमबी की तैयारियां
फतेहपुर की एसडीएम विश्रुत भारती ने बताया कि प्रभावित लोगों की सुरक्षा और राहत व्यवस्था पर पूरा ध्यान दिया जा रहा है। उन्होंने आश्वासन दिया कि हर संभव मदद प्रभावितों तक पहुंचाई जाएगी। प्रशासन लगातार स्थिति पर नजर रखे हुए है।
बीबीएमबी प्रशासन ने भी स्थिति की गंभीरता को स्वीकार किया है। उन्होंने बताया कि इनफ्लो बढ़ने के मद्देनजर आउटफ्लो को नियंत्रित रखा जा रहा है। किसी भी आकस्मिक स्थिति से निपटने के लिए सभी टीमों को अलर्ट रखा गया है।
बांध प्रबंधन हर पल जलस्तर पर नजर बनाए हुए है। आवश्यकता पड़ने पर तत्काल कार्रवाई की तैयारी है। प्रशासन ने निचले इलाकों के निवासियों से सतर्क रहने का आग्रह किया है।
