शनिवार, दिसम्बर 20, 2025

बाढ़ तबाही: हिमाचल के सराज में 55 लाख का राशन खराब, राहत कार्य तेज

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Himachal News: हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले में सराज घाटी की बाढ़ तबाही ने भारी नुकसान पहुंचाया है। थुनाग के खाद्यापूर्ति निगम के गोदाम में बाढ़ का पानी और मलबा घुसने से 55 लाख रुपये का राशन खराब हो गया। इसमें चावल, आटा, दालें और सीमेंट शामिल हैं। कर्मचारियों ने तत्परता दिखाते हुए कुछ सामान बचा लिया। प्रभावित परिवारों को मुफ्त राशन किट बांटे गए हैं।

गोदाम में बाढ़ का कहर

थुनाग बाजार में निगम का गोदाम पुल के पास था। देर रात आई बाढ़ ने खिड़कियां तोड़ दीं। मलबे और पानी ने 572 क्विंटल चावल, 172.17 क्विंटल आटा, 178 क्विंटल मलका दाल, 68.32 क्विंटल उड़द दाल, 63.75 क्विंटल नमक और 112 सीमेंट के बैग खराब कर दिए। कर्मचारियों की सजगता से 35 क्विंटल चावल और अन्य सामान बचाया गया। यह नुकसान स्थानीय लोगों के लिए बड़ा झटका है।

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राहत कार्य में तेजी

खाद्यापूर्ति निगम ने 16 डिपो में से 13 को पहले ही राशन भेज दिया था। तीन डिपो में सड़कें ध्वस्त होने से आपूर्ति रुकी है। निगम अब थुनाग के नए गोदाम से राशन भेजने की तैयारी कर रहा है। सड़कों के बहाल होने का इंतजार है। 43 गांवों के 900 परिवारों को मुफ्त राशन किट दिए गए, जिसमें आटा, चावल और तेल शामिल हैं।

प्रभावित डिपो और आपूर्ति व्यवस्था

थुनाग का गोदाम सराज के 35 डिपो को सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत राशन सप्लाई करता है। मानसून से पहले 16 डिपो को सामान भेजा गया था। बाकी डिपो में सड़कें खुलने पर आपूर्ति शुरू होगी। बाढ़ ने गोदाम को बुरी तरह प्रभावित किया, लेकिन कर्मचारियों ने तत्काल कार्रवाई कर कुछ सामान को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया। यह प्रयास प्रभावितों के लिए राहत का काम कर रहा है।

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मुफ्त राशन से सहायता

बाढ़ तबाही के बाद निगम ने तुरंत कदम उठाए। 43 गांवों के 900 परिवारों को मुफ्त राशन किट बांटे गए। प्रत्येक किट में पांच किलो आटा, चावल, एक लीटर तेल, नमक और अन्य जरूरी सामान शामिल था। क्षेत्रीय प्रबंधक संजीव कुमार वर्मा ने बताया कि कुछ राशन को समय रहते बचा लिया गया। नए गोदाम से जल्द आपूर्ति शुरू होगी। यह कदम प्रभावितों के लिए बड़ी राहत है।

Poonam Sharma
Poonam Sharma
एलएलबी और स्नातक जर्नलिज्म, पत्रकारिता में 11 साल का अनुभव।

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