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शुक्रवार, 22 सितम्बर,2023

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का बड़ा बयान, कहा, अगले कुछ महीनों तक स्थिर रहेगी मुद्रास्फीति की दर

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Delhi News: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा है कि कुछ खाद्य पदार्थों की कीमतों में बढ़ोतरी के बावजूद आने वाले महीनों में मुद्रास्फीति स्थिर रहेगी। जुलाई में खाद्य पदार्थों की मुद्रास्फीति बढ़कर 11.5 प्रतिशत हो गई है, जो पिछले साढ़े तीन सालों में सबसे ज्यादा है।

विशेषज्ञों का यह भी मानना है कि पिछले आठ सालों के दौरान इस बार सबसे कम मानसूनी बारिश होने की उम्मीद है, जिससे चुनावी साल में सरकार की परेशानी बढ़ सकती है। बुधवार को एक अंग्रेजी अखबार को दिए साक्षात्कार में वित्त मंत्री ने कहा कि कम से कम इस साल के अंत तक विकास दर में किसी तरह की गिरावट आने की उम्मीद नहीं है।

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वित्त मंत्री ने कहा कि इसकी बड़ी वजह यह है कि आगे त्योहारी सीजन आने वाला है, जिसमें आमतौर पर खर्च बढ़ता है। उन्होंने कहा, ‘नए साल के बाद आपके पास यह मानने की पर्याप्त वजह होगी कि मांग बढ़ेगी। ऐसे में मुझे उम्मीद है कि अगले साल की पहली तिमाही में भी अर्थव्यवस्था अच्छा प्रदर्शन करेगी।’

आर्थिक विकास दर 7.7 प्रतिशत पर रहने की उम्मीद

बता दें कि गुरुवार को अप्रैल से जून तिमाही के दौरान विकास दर के आंकड़ों को जारी किया जाएगा। रायटर्स के सर्वे के अनुसार इस दौरान आर्थिक विकास दर के 7.7 प्रतिशत रहने का अनुमान है। अगर ऐसा होता है तो पिछले एक साल के दौरान यह सबसे तेज विकास दर होगी।

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जब वित्त मंत्री से अदाणी समूह के संबंध में आई हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के बारे में पूछा गया तो उन्होंने शेयर में अस्थिरता को बढ़ावा देने में शार्ट सेलर्स की भूमिका की ओर इशारा किया।

जहां से सस्ता तेल मिलेगा, वहां से खरीदेंगे- पुरी

पेट्रोलियम मंत्री हरदीप पुरी ने बुधवार को कहा है कि भारत को जिस भी देश सस्ता तेल मिलेगा, वहां से वह इसे खरीदेगा। सस्ता तेल मिलने के चलते रूस हाल के महीनों में भारत का सबसे बड़ा तेल आपूर्तिकर्ता बन गया है।

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दरअसल, पिछले साल यूक्रेन पर हमले के बाद पश्चिमी देशों ने रूस के आयात पर प्रतिबंध लगा दिया था। भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा तेल आयातक और उपभोक्ता है। वह अपना 80 प्रतिशत से अधिक तेल विदेश से आयात करता है।

संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के साथ रुपये में व्यापार के बारे में पूछे जाने पर मंत्री ने कहा कि तेल क्षेत्र में लेनदेन बहुत न्यूनतम है। दोनों देशों ने जुलाई में डालर के बजाय रुपये में व्यापार करने पर सहमति जताई थी।

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