Sports News: फीफा वर्ल्ड कप 2026 के ड्रॉ का ऐलान हो गया है। यह विश्व कप अगले साल ग्यारह जून से उन्नीस जुलाई तक खेला जाएगा। अमेरिका, कनाडा और मैक्सिको की संयुक्त मेजबानी में होने वाले इस टूर्नामेंट का पहला मैच मेक्सिको और दक्षिण अफ्रीका के बीच खेला जाएगा। ड्रॉ में सबसे बड़ा सरप्राइस फ्रांस और नॉर्वे का एक ही ग्रुप में आना है।
इसका मतलब है कि दुनिया के दो शीर्ष स्टार किलियन एम्बाप्पे और एर्लिंग हालैंड आमने-सामने होंगे। डिफेंडिंग चैंपियन अर्जेंटीना को अपेक्षाकृत आसान ग्रुप मिला है। इस बार विश्व कप में कुल अड़तालीस टीमें हिस्सा लेंगी। पिछले टूर्नामेंट की तुलना में सोलह नई टीमें शामिल होंगी।
एम्बाप्पे बनाम हालैंड का सुपर मुकाबला
ग्रुप आई मेंफ्रांस, नॉर्वे और सेनेगल को रखा गया है। इस ग्रुप में चौथी टीम का नाम अभी तय नहीं हुआ है। इराक, बोलिविया या सुरिनाम में से कोई एक टीम इंटरकॉन्टिनेंटल प्ले-ऑफ से आएगी। यह ग्रुप सबसे रोमांचक और मुकाबलों वाला माना जा रहा है। फुटबॉल प्रेमी लंबे समय से इस मुकाबले का इंतजार कर रहे थे।
किलियन एम्बाप्पे और एर्लिंग हालैंड वर्तमान दौर के सर्वश्रेष्ठ फॉरवर्ड माने जाते हैं। दोनों की टक्कर ग्रुप स्टेज में ही देखने को मिलेगी। यह मुकाबला न केवल ग्रुप की बल्कि पूरे टूर्नामेंट की सबसे बड़ी आकर्षण बिंदु होगा। दोनों टीमों के बीच प्रतिद्वंद्विता काफी दिलचस्प रहेगी।
डिफेंडिंग चैंपियन अर्जेंटीना का ग्रुप
लियोनेल मेस्सीकी टीम अर्जेंटीना ग्रुप जे में है। वे अपने टाइटल डिफेंस की शुरुआत अल्जीरिया के खिलाफ करेंगे। इस ग्रुप में अर्जेंटीना के अलावा ऑस्ट्रिया और जॉर्डन की टीमें भी शामिल हैं। विश्लेषकों के अनुसार यह एक संतुलित लेकिन प्रतिस्पर्धी ग्रुप है। अर्जेंटीना के लिए ग्रुप स्टेज आसान रास्ता दिख रहा है।
हालांकि फीफा विश्व कप में कोई भी टीम हल्के में नहीं ली जा सकती। अल्जीरिया और ऑस्ट्रिया मजबूत टीमें हैं। अर्जेंटीना को पिछले टूर्नामेंट की तरह ही मजबूत प्रदर्शन की जरूरत होगी। टीम पर अपना खिताब बरकरार रखने का दबाव भी रहेगा। मेस्सी की अगुवाई में टीम फिर से शानदार प्रदर्शन की उम्मीद कर रही है।
ब्राजील, पुर्तगाल और इंग्लैंड के ग्रुप
क्रिस्टियानोरोनाल्डो की पुर्तगाल टीम ग्रुप के में रखी गई है। इस ग्रुप में पुर्तगाल के अलावा उज्बेकिस्तान और कोलंबिया भी हैं। जमैका, न्यू कैलेडोनिया और कांगो में से कोई एक टीम इंटरकॉन्टिनेंटल प्ले-ऑफ से इस ग्रुप में आएगी। पुर्तगाल के लिए यह ग्रुप आसान प्रतीत होता है।
इंग्लैंड की टीम ग्रुप एल में है। उनके साथ क्रोएशिया, घाना और पनामा की टीमें हैं। ब्राजील ग्रुप सी में खेलेगा। उनके सामने मोरक्को, हैती और स्कॉटलैंड होंगे। इस टूर्नामेंट में कुल एक सौ चार मैच खेले जाएंगे। यह पहला मौका है जब तीन देश मिलकर विश्व कप की मेजबानी कर रहे हैं।
विस्तारित प्रारूप और नई टीमें
फीफाविश्व कप 2026 में टीमों की संख्या बढ़ाकर अड़तालीस कर दी गई है। इससे सोलह नई टीमों को विश्व मंच पर प्रदर्शन का मौका मिलेगा। टूर्नामेंट का प्रारूप भी बदला गया है। अब बारह ग्रुप होंगे और हर ग्रुप में चार-चार टीमें खेलेंगी। ग्रुप स्टेज के बाद टॉप दो टीमें और सर्वश्रेष्ठ आठ तीसरे स्थान वाली टीमें अगले राउंड में पहुंचेंगी।
यह परिवर्तन टूर्नामेंट को और अधिक रोमांचक बना देगा। अधिक मैच खेले जाएंगे और दर्शकों को अधिक एक्शन देखने को मिलेगा। मेजबान देशों में फुटबॉल के प्रति उत्साह पहले से ही देखा जा रहा है। अब ड्रॉ के बाद टीमें अपनी तैयारी और गहनता से शुरू कर देंगी।
