Farrukhabad News: उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद जिले में एक प्राइवेट जेट दुर्घटनाग्रस्त हो गया। यह घटना कोतवाली मोहम्दाबाद क्षेत्र की हवाई पट्टी पर हुई। विमान उड़ान भरते समय रनवे से उतरकर झाड़ियों में जा घुसा। विमान में सवार सभी यात्री और दोनों पायलट सुरक्षित बच गए।
यह प्राइवेट जेट एक बियर फैक्ट्री के प्रबंध निदेशक का था। वे औद्योगिक क्षेत्र में निर्माणाधीन कंपनी का निरीक्षण करने आए थे। विमान ने रनवे पर करीब 400 मीटर तक दौड़ लगाई। टेकऑफ के तुरंत बाद यह अनियंत्रित हो गया।
दुर्घटना का कारण
प्रारंभिक जांच में टायर में हवा की कमी को दुर्घटना का कारण बताया जा रहा है। विमान के टेकऑफ के ठीक बाद टायर में समस्या आई। इससे विमान का संतुलन बिगड़ गया। पायलट ने विमान को नियंत्रित करने का प्रयास किया।
मौसम की स्थिति और पायलट की संभावित त्रुटि की भी जांच की जा रही है। यह हवाई पट्टी मुख्य रूप से छोटे विमानों के लिए उपयोग होती है। यह लखनऊ और कानपुर के बड़े एयरपोर्ट का विकल्प है।
यात्रियों की सूची
प्राइवेट जेट में बियर फैक्ट्री के प्रबंध निदेशक अजय अरोड़ा सवार थे। इसके अलावा एसबीआई के प्रमुख सुमित शर्मा भी विमान में मौजूद थे। डीपीओ राकेश टीकू भी यात्रा कर रहे थे। दोनों पायलट कैप्टन नसीब वामल और प्रतीक फर्नांडीज विमान संचालन कर रहे थे।
सभी यात्री चमत्कारिक रूप से सुरक्षित बच गए। किसी के भी हताहत होने की सूचना नहीं है। विमान को मामूली क्षति पहुंची है। यात्रियों को तुरंत सुरक्षित स्थान पर पहुंचा दिया गया।
प्रशासन की प्रतिक्रिया
घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय प्रशासन मौके पर पहुंच गया। एसडीएम ने तुरंत मामले की जांच शुरू कर दी। डीएसपी और थाना पुलिस ने घटनास्थल का मुआयना किया। फायर ब्रिगेड की टीम भी सतर्कता के साथ मौके पर उपस्थित रही।
प्रशासन ने हवाई पट्टी को अस्थायी रूप से बंद कर दिया है। दुर्घटना के सही कारणों का पता लगाया जा रहा है। विमान को सुरक्षित रूप से हटाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। जांच पूरी होने के बाद हवाई पट्टी को फिर से खोला जाएगा।
हादसे का स्थान
मोहम्मदाबाद हवाई पट्टी फर्रुखाबाद जिले में स्थित है। यह छोटे विमानों और प्राइवेट जेट के लिए उपयोग में आती है। हवाई पट्टी की सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवाल उठ रहे हैं। प्रशासन ने संपूर्ण जांच का आश्वासन दिया है।
यह घटना उड़ान सुरक्षा के महत्व को रेखांकित करती है। छोटे हवाई अड्डों की सुरक्षा व्यवस्था पर ध्यान देने की आवश्यकता है। विमानन नियामक प्राधिकरण भी इस मामले में दखल दे सकता है। भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के उपाय किए जाएंगे।
