किसान नेताओं ने केंद्र सरकार के साथ चल रही बैठक में सरकार का खाना खाने से इनकार कर दिया। किसान नेताओं का कहना था कि जब तक सरकार से कृषि कानूनों पर कोई समझौता नहीं होता, वे सरकार की दी हुई किसी चीज का इस्तेमाल नहीं करेंगे। बैठक में उपस्थित किसान नेताओं ने अपने भोजन का प्रबंध एक नजदीकी गुरुद्वारे से लाकर किया। किसान नेताओं के लिए शाम तीन बजे एक एंबुलेंस के जरिये खाने-पीने का सभी सामान वार्ता स्थल विज्ञान भवन तक लाया गया।
किसान नेता प्रतिभा शिंदे ने कहा कि अगर सरकार हमारी मांगे नहीं मानती है तो सरकार का दिया हुआ कुछ भी हमें स्वीकार नहीं होगा। केंद्र सरकार को हमारी मांगें हर हाल में माननी पड़ेगी क्योंकि यह हमारा ही मामला नही है, बल्कि यह पूरे देश के किसानों और उनकी आने वाली पीढ़ियों का है।
दिल्ली में किसान नेताओं की चौथे दौर की बैठक सरकार के नेताओं के साथ जारी है। किसान नेता नए तीनों कानूनों को रद्द करके वापिस लेने की मांग कर रहे हैं, जबकि सरकार कानून में संशोधन करने को तैयार है।
जानकारी के मुताबिक सरकार और किसानों में अब तक सहमति बनने की कोई संभावना दिखाई नहीं दे रही है। अगर सहमति नहीं बनती है तो किसान दिल्ली को चारों तरफ से घेरने और आंदोलन तेज करने की रणनीति पर काम करेंगे।