Chandigarh News: चंडीगढ़ पुलिस ने नकली करेंसी के एक बड़े नेटवर्क का भंडाफोड़ किया है। त्योहारों के सीजन में तीन राज्यों के युवकों के गिरोह को गिरफ्तार किया गया है। अब तक चौबीस लाख सत्ताईस हजार रुपये की फर्जी नोट बरामद हुई है। इस मामले में तीन आरोपियों को हिरासत में लिया गया है। पुलिस ने नकली नोट छापने के उपकरण भी जब्त किए हैं।
गिरफ्तार किए गए आरोपियों के नाम गौरव कुमार, विक्रम मीणा और जितेंद्र शर्मा हैं। गौरव हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले का रहने वाला है। विक्रम पंजाब के संगरूर का निवासी है। जितेंद्र राजस्थान के झालावाड़ में रहता था और नकली नोट छापने का काम करता था। पुलिस ने इनके घरों से छापेमारी की।
गिरोह का तरीका
यह गिरोह कोरियर और ट्रांसपोर्ट कंपनियोंके जरिए नकली नोटों की सप्लाई करता था। आरोपियों ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म व्हाट्सएप और टेलीग्राम का इस्तेमाल संपर्क के लिए किया। गिरोह का नेटवर्क हिमाचल प्रदेश, पंजाब, राजस्थान और जम्मू-कश्मीर तक फैला हुआ था। पुलिस ने इसकी जांच जारी रखी है।
गौरव और विक्रम को चंडीगढ़ में दस लाख की नकली करेंसी की डिलीवरी के दौरान पकड़ा गया। एक गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार किया। पूछताछ के बाद राजस्थान के झालावाड़ में जितेंद्र शर्मा का पता चला। जितेंद्र के घर से नकली नोट छापने के सभी उपकरण मिले।
नकली नोटों का लेनदेन
गिरोह केसदस्यों के बीच नकली नोटों का लेनदेन एक निश्चित दर पर होता था। गौरव और विक्रम को एक लाख असली रुपये के बदले तीन लाख के नकली नोट मिलते थे। फिर वे इन नोटों को एक लाख असली के बदले दो से ढाई लाख रुपये के हिसाब से बेचते थे। इस तरह वे बड़ा मुनाफा कमाते थे।
जितेंद्र शर्मा एक बिजनेसमैन था जो व्यापार में घाटे के बाद इस गैरकानूनी धंधे में शामिल हो गया। पुलिस ने उससे प्रिंटर, स्याही, कटर और सिक्योरिटी थ्रेड वाला कागज बरामद किया। दो गाड़ियों को भी जब्त कर लिया गया है। पुलिस सिक्योरिटी सीट के स्रोत का पता लगा रही है।
नेटवर्क की शुरुआत
एसपीक्राइम जसवीर सिंह के मुताबिक इस धंधे की शुरुआत मध्य प्रदेश के रहने वाले प्रमोद काकरे ने की थी। प्रमोद पहले ही मध्य प्रदेश पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया जा चुका है। उसके बाद यह नेटवर्क अलग-अलग राज्यों में फैल गया। पुलिस का मानना है कि और लोग भी इस मामले में शामिल हो सकते हैं।
चंडीगढ़ पुलिस की टीम ने त्योहारी सीजन में नकली करेंसी की रोकथाम के लिए विशेष अभियान चलाया था। इसी के तहत यह बड़ा मामला सामने आया है। पुलिस अब यह पता लगाने में जुटी है कि नकली नोट देश के अन्य हिस्सों में कहां-कहां भेजे गए हैं।
