Himachal News: कुल्लू जिले की गड़सा घाटी में वन विभाग की एक टीम ने बड़ी कार्रवाई की है। टीम ने एक निर्माणाधीन घर से 34 किलोग्राम क्रिस्टल पत्थर और विस्फोटक सामग्री बरामद की। हालांकि, कार्रवाई के दौरान आरोपी और उसके साथी वन विभाग की टीम से विस्फोटक का बॉक्स छीनकर फरार हो गए। भुंतर पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है।
वन खंड अधिकारी नीरज शर्मा अपनी टीम के साथ गड़सा घाटी के नीनू नाला इलाके में वारंट तामील करने गए थे। उन्होंने राम प्रकाश उर्फ पालू के निर्माणाधीन मकान का निरीक्षण किया। जब राम प्रकाश से घर में इस्तेमाल हुई लकड़ी के बिल मांगे गए, तो वह उन्हें पेश नहीं कर सका।
तलाशी में मिली विस्फोटक सामग्री
शक के आधार पर वन विभाग की टीम ने घर की तलाशी ली। तलाशी के दौरान 34 किलोग्राम क्रिस्टल पत्थर बरामद हुए। साथ ही एक बॉक्स में रखी गई विस्फोटक सामग्री भी मिली। इससे पहले कि टीम विस्फोटक को अपने कब्जे में लेती, आरोपियों ने हमला बोल दिया।
राम प्रकाश और उसके साथियों ने वन विभाग की टीम के साथ हाथापाई की। उन्होंने विस्फोटक का बॉक्स छीन लिया और मौके से फरार हो गए। वन विभाग के अधिकारी इस घटना को रोकने में असमर्थ रहे। घटना के बाद टीम ने तुरंत पुलिस को सूचना दी।
पुलिस ने शुरू की जांच
वन विभाग की शिकायत पर भुंतर पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है। एएसपी संजीव चौहान ने इस मामले की पुष्टि की है। पुलिस जांच टीम घटनास्थल का मुआयना कर चुकी है। आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए विशेष अभियान चलाया जा रहा है।
पुलिस का मानना है कि पहाड़ों से कीमती क्रिस्टल पत्थरों को अवैध रूप से निकालने के लिए इन विस्फोटकों का इस्तेमाल किया जाना था। यह गिरोह खनन माफिया से जुड़ा हो सकता है। पुलिस अन्य संभावित सदस्यों की पहचान करने में जुटी हुई है।
क्रिस्टल पत्थरों का अवैध खनन
कुल्लू जिले में क्रिस्टल पत्थरों का अवैध खनन एक बड़ी समस्या बना हुआ है। ये कीमती पत्थर बाजार में ऊंचे दामों पर बिकते हैं। अवैध खनन करने वाले गिरोह विस्फोटकों का इस्तेमाल कर पहाड़ों को क्षति पहुंचाते हैं। इससे पर्यावरण को गंभीर नुकसान हो रहा है।
वन विभाग लगातार ऐसे गिरोहों के खिलाफ कार्रवाई कर रहा है। इससे पहले भी कई मौकों पर अवैध खनन के मामले सामने आ चुके हैं। विभाग ने इस मामले में गंभीरता दिखाई है और पुलिस के साथ मिलकर काम कर रहा है।
आरोपियों की तलाश जारी
पुलिस ने राम प्रकाश उर्फ पालू और उसके साथियों की तलाश शुरू की है। संबंधित इलाकों में छापेमारी की जा रही है। स्थानीय लोगों से पूछताछ की जा रही है। पुलिस को उम्मीद है कि जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
घटना के बाद इलाके में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। वन विभाग और पुलिस की संयुक्त टीमें गश्त कर रही हैं। अवैध खनन पर रोकथाम के लिए विशेष निगरानी अभियान चलाया जा रहा है। स्थानीय लोगों से सहयोग की अपील की गई है।
पर्यावरण को खतरा
विस्फोटकों का इस्तेमाल करके क्रिस्टल पत्थर निकालने से पहाड़ों को गंभीर क्षति पहुंचती है। इससे भूस्खलन का खतरा बढ़ जाता है। पारिस्थितिकी तंत्र असंतुलित हो जाता है। वन्य जीवों के आवास नष्ट हो जाते हैं।
वन विभाग ने चेतावनी दी है कि अवैध खनन के खिलाफ कड़ी कार्रवाई जारी रहेगी। ऐसे मामलों में दोषियों को कड़ी सजा दिलाने का प्रयास किया जाएगा। स्थानीय लोगों से अपील की गई है कि वे ऐसी गतिविधियों की सूचना तुरंत अधिकारियों को दें।
