Himachal News: हिमाचल प्रदेश में आबकारी विभाग ने अवैध शराब के कारोबार पर सख्ती बढ़ा दी है। विभाग ने 247 मामले दर्ज किए। इस वित्त वर्ष में 10,523.668 लीटर अवैध शराब और 21,630 लीटर लाहन जब्त किया गया। शिमला, बद्दी और कुल्लू में विशेष अभियान चलाए गए। आबकारी आयुक्त डॉ. यूनुस ने कड़ी कार्रवाई का आश्वासन दिया। यह कार्रवाई राजस्व नुकसान रोकने के लिए है।
विशेष अभियान का असर
आबकारी विभाग ने अवैध शराब पर रोक लगाने के लिए विशेष अभियान शुरू किया। पूरे राज्य में टीमें सक्रिय हैं। जिला स्तर पर भी विशेष दस्ते बनाए गए। शिमला, बद्दी और कुल्लू में निरीक्षण तेज किए गए। जुलाई में शिमला में 542.930 लीटर अवैध शराब पकड़ी गई। मंडी में 745.350 लीटर शराब और 37 लीटर लाहन बरामद हुआ। पालमपुर में 221.850 लीटर शराब जब्त की गई।
जब्त शराब और लाहन की मात्रा
इस वित्त वर्ष में विभाग ने 247 मामले दर्ज किए। कुल 10,523.668 लीटर अवैध शराब बरामद हुई। इसके अलावा 21,630 लीटर लाहन नष्ट किया गया। शिमला, मंडी और पालमपुर में कार्रवाई तेज रही। विभाग ने अवैध शराब के कारोबार पर कड़ा प्रहार किया। यह कार्रवाई राजस्व की हानि रोकने के लिए जरूरी है। डॉ. यूनुस ने ऐसी गतिविधियों पर नजर रखने की बात कही।
कड़ी कार्रवाई का ऐलान
आबकारी आयुक्त डॉ. यूनुस ने सख्त कार्रवाई का भरोसा दिलाया। उन्होंने कहा कि अवैध शराब के कारोबार पर नजर रखी जा रही है। नियमों के तहत कठोर कदम उठाए जा रहे हैं। भविष्य में भी ऐसी गतिविधियों पर रोक लगेगी। राजस्व को नुकसान पहुंचाने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। विभाग ने अवैध कारोबार को जड़ से खत्म करने की ठानी है।
नागरिकों से सहयोग की अपील
डॉ. यूनुस ने नागरिकों से सहयोग मांगा। उन्होंने अवैध शराब की सूचना देने को कहा। विभाग ने हेल्पलाइन नंबर 0177-2620426 जारी किया है। व्हाट्सएप नंबर 94183-31426 और ईमेल controlroomhq@gmail.com भी उपलब्ध है। शिमला, पालमपुर और मंडी के लिए अलग-अलग संपर्क नंबर दिए गए। नागरिकों की सूचना से अवैध कारोबार पर रोक लगेगी। विभाग ने गोपनीयता का भरोसा भी दिया।
क्षेत्रीय स्तर पर कार्रवाई
शिमला, बद्दी और कुल्लू में अभियान सबसे प्रभावी रहा। दक्षिण क्षेत्र में शिमला ने बड़ी मात्रा में शराब जब्त की। मध्य क्षेत्र मंडी में भी भारी बरामदगी हुई। उत्तरी क्षेत्र पालमपुर में लाहन और शराब पकड़ी गई। विभाग ने सभी क्षेत्रों में निगरानी बढ़ा दी है। यह कार्रवाई अवैध कारोबार को रोकने में मददगार साबित हो रही है।
राजस्व सुरक्षा का लक्ष्य
आबकारी विभाग का मुख्य लक्ष्य राजस्व की रक्षा करना है। अवैध शराब का कारोबार सरकार को नुकसान पहुंचाता है। विभाग ने इस पर अंकुश लगाने की रणनीति बनाई। विशेष टीमों के गठन से कार्रवाई तेज हुई। डॉ. यूनुस ने कहा कि ऐसी गतिविधियों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। विभाग की यह मुहिम हिमाचल में अवैध कारोबार को खत्म करने की दिशा में महत्वपूर्ण है।
