शुक्रवार, दिसम्बर 19, 2025

बिजली दुर्घटना: सिरमौर में युवक की बिजली के झटके से मौत, बिजली बोर्ड के खिलाफ मामला दर्ज

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Sirmour News: हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिले में एक युवक की बिजली के झटके से दर्दनाक मौत हो गई। यह घटना राजगढ़ उपमंडल की टाली भुज्जल पंचायत में घटी। पीड़ित सुरजीत नामक युवक बिजली की मरम्मत का काम कर रहा था। काम के दौरान उसे करंट लगा और वह खंभे से नीचे गिर गया। इस हादसे में उसकी मौके पर ही मौत हो गई।

मृतक की पहचान पजेरली गांव के 26 वर्षीय सुरजीत के रूप में हुई है। वह एक प्रशिक्षित इलेक्ट्रीशियन था और आईटीआई से उसने इसी ट्रेड में प्रशिक्षण प्राप्त किया था। पिछले कुछ समय से वह बिजली विभाग के साथ अनौपचारिक रूप से काम कर रहा था। विभाग के लोग अक्सर उसे मरम्मत के कार्यों के लिए बुलाया करते थे।

हादसा उस समय हुआ जब सुरजीत एक बिजली के खंभे पर चढ़कर लाइन ठीक कर रहा था। अचानक उसे तेज बिजली का झटका लगा। इस झटके की वजह से वह संतुलन खो बैठा और ऊंचाई से नीचे जमीन पर आ गिरा। गिरने के impact से उसके शरीर को गंभीर चोटें आईं। मौके पर ही उसकी मृत्यु हो गई।

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घटना की सूचना मिलते ही सुरजीत के छोटे भाई ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। राजगढ़ थाने के एसएचओ ने तुरंत एक टीम को घटनास्थल पर भेजा। पुलिस टीम ने मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया। शव को निकालकर सिविल अस्पताल राजगढ़ ले जाया गया।

पोस्टमार्टम के बाद शव को परिजनों को सौंप दिया गया। परिवार ने अंतिम संस्कार किया। पुलिस ने परिजनों की शिकायत पर बिजली बोर्ड के खिलाफ मामला दर्ज किया है। राजगढ़ के डीएसपी वीसी नेगी ने इसकी पुष्टि की। उन्होंने बताया कि जांच की जा रही है।

यह घटना कार्यस्थल पर सुरक्षा मानकों की गंभीर चूक की ओर इशारा करती है। सवाल उठ रहे हैं कि क्या सुरजीत को पर्याप्त सुरक्षा उपकरण दिए गए थे। क्या उसे उचित प्रशिक्षण प्राप्त था। ऐसे कामों के लिए सुरक्षा दिशा-निर्देशों का पालन अनिवार्य होता है।

बिजली विभाग द्वारा एक प्रशिक्षित व्यक्ति को बिना उचित सुरक्षा उपायों के खतरनाक काम सौंपा जाना चिंताजनक है। इस घटना ने एक बार फिर औद्योगिक सुरक्षा को लेकर बहस छेड़ दी है। मजदूरों की सुरक्षा सुनिश्चित करना विभाग की प्राथमिक जिम्मेदारी होती है।

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पुलिस की जांच इस बात पर केंद्रित है कि दुर्घटना का कारण क्या रहा। क्या कोई तकनीकी खराबी थी या फिर सुरक्षा उपकरणों की कमी थी। जांच के बाद ही कोई ठोस निष्कर्ष निकाला जा सकेगा। विभाग की लापरवाही सामने आई तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

इस तरह की घटनाएं भविष्य में रोकी जा सकती हैं। इसके लिए सख्त सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन अनिवार्य करना होगा। सभी कर्मचारियों और कामगारों को उचित प्रशिक्षण देना होगा। नियमित रूप से सुरक्षा उपकरणों का निरीक्षण भी जरूरी है।

दुर्घटना ने स्थानीय लोगों और परिवार को सदमे में डाल दिया है। सुरजीत की अचानक मौत से उसके परिवार में मातम छा गया है। परिवार वाले इस घटना से गहरे दुखी हैं। उन्हें उचित मुआवजा और न्याय मिलने की उम्मीद है।

Poonam Sharma
Poonam Sharma
एलएलबी और स्नातक जर्नलिज्म, पत्रकारिता में 11 साल का अनुभव।

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