Delhi News: चुनाव आयोग ने बिहार के बाद अब 12 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण की घोषणा की है। मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने सोमवार को बताया कि इन राज्यों की मतदाता सूची आज रात से फ्रीज कर दी जाएगी। एसआईआर का दूसरा चरण 28 अक्टूबर से शुरू होकर अगले साल 7 फरवरी तक चलेगा।
इन 12 राज्यों में चलेगा एसआईआर
मुख्य चुनाव आयुक्त ने बताया कि दूसरे चरण में शामिल होने वाले राज्यों में अंडमान-निकोबार, छत्तीसगढ़, गोवा, गुजरात, केरल, लक्षद्वीप, मध्य प्रदेश, पुडुचेरी, राजस्थान, तमिलनाडु, उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल शामिल हैं। इन सभी क्षेत्रों में मतदाता सूची का विशेष पुनरीक्षण किया जाएगा।
बिहार में मिली शानदार सफलता
ज्ञानेश कुमार ने बिहार में एसआईआर की सफलता पर प्रसन्नता जताई। उन्होंने बताया कि बिहार के साढ़े सात करोड़ मतदाताओं ने इस प्रक्रिया में बढ़-चढ़कर भाग लिया। नब्बे हजार बूथ लेवल ऑफिसर और राजनीतिक दलों ने मिलकर मतदाता सूची को शुद्ध बनाने का काम किया। बिहार की मतदाता सूची अब पूरी तरह साफ हो गई है।
क्यों जरूरी है मतदाता सूची पुनरीक्षण
चुनाव आयोग के अनुसार मतदाता सूची का शुद्धिकरण का काम 21 साल पहले 2002-04 में हुआ था। इतने वर्षों में मतदाता सूची में कई बदलाव जरूरी हो गए हैं। लोगों के पलायन के कारण एक से ज्यादा जगह नाम दर्ज हो जाते हैं। कई बार निधन के बाद भी लोगों के नाम सूची में रह जाते हैं। इन समस्याओं को दूर करने के लिए यह पुनरीक्षण आवश्यक है।
क्या होगी एसआईआर की प्रक्रिया
सबसे पहले एन्यूमरेशन फॉर्म को प्रिंट किया जाएगा। हर मतदाता को यह फॉर्म प्रिंट कर घर पर दिया जाएगा। बूथ लेवल ऑफिसर जब मतदाताओं को फॉर्म देना शुरू करेंगे तो वे 2003 की लिस्ट से नाम का मिलान करेंगे। लिस्ट में नाम मिलान होने पर किसी कागज की जरूरत नहीं होगी। पिता या माता के नाम का मिलान होने पर भी कोई कागज नहीं देना होगा।
तीन बार घर जाएंगे बीएलओ
बूथ लेवल ऑफिसर तीन बार मतदाताओं के घर जाएंगे। ऑनलाइं भी फॉर्म भरने की सुविधा उपलब्ध होगी। मृत लोगों, स्थाई तौर पर दूसरी जगह शिफ्ट हो चुके लोगों और दो जगह रजिस्टर्ड मतदाताओं की पहचान भी बीएलओ करेंगे। अधिकारियों को यह सुनिश्चित करना होगा कि कोई पात्र नागरिक छूट न जाए और कोई अपात्र व्यक्ति शामिल न हो।
राजनीतिक दलों से की गई अपील
मुख्य चुनाव आयुक्त ने बताया कि बीएलओ और एईआरओ की ट्रेनिंग मंगलवार से शुरू होगी। उन्होंने राजनीतिक दलों से अपील की कि वे अपने बूथ लेवल एजेंट को नियुक्त कर दें। मंगलवार से लेकर बुधवार तक सभी राजनीतिक दलों से चुनाव अधिकारी बैठक करेंगे। इससे प्रक्रिया को सुचारू रूप से चलाने में मदद मिलेगी।
शिकायतों के लिए उपाय
अंतिम मतदाता सूची प्रकाशित करने के बाद यदि किसी को कोई शिकायत रहती है तो वह पहले जिला मजिस्ट्रेट के पास अपील कर सकता है। इसके बाद मुख्य चुनाव अधिकारी के पास शिकायत दर्ज करा सकते हैं। बिहार में एक भी अपील न आना चुनावकर्मियों के उत्कृष्ट कार्य को दर्शाता है। यह अन्य राज्यों के लिए एक मिसाल साबित होगा।
