Himachal News: मंडी जिले के 24 छात्रों का एक दल रविवार को केरल के लिए रवाना हुआ। यह दल केंद्र सरकार की एक भारत श्रेष्ठ भारत योजना के तहत शैक्षणिक आदान-प्रदान कार्यक्रम में भाग लेने जा रहा है। छात्रों के साथ छह शिक्षक भी इस भ्रमण में शामिल हो रहे हैं। छात्रों के अभिभावक उन्हें विदा करने के लिए मंडी पहुंचे।
इस शैक्षणिक भ्रमण का मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों और शिक्षकों को एक-दूसरे की संस्कृति, शिक्षा प्रणाली और सामाजिक जीवन से परिचित कराना है। कार्यक्रम के दौरान छात्रों को केरल की समृद्ध संस्कृति, शिक्षा प्रणाली और पर्यटन स्थलों को करीब से देखने का अवसर मिलेगा।
252 विद्यार्थियों को मिलेगा केरल भ्रमण का अवसर
भारत सरकार ने इस वर्ष 2025-26 के लिए हिमाचल प्रदेश से कुल 252 विद्यार्थियों और 48 शिक्षकों के केरल भ्रमण को मंजूरी दी है। इनमें से 126 विद्यार्थी और 24 शिक्षक पीएम श्री स्कूलों से चुने गए हैं। शेष 126 विद्यार्थी और 24 शिक्षक समग्र शिक्षा अभियान के तहत चयनित किए गए हैं।
सभी प्रतिभागियों को तीन अलग-अलग बैचों में केरल भेजा जा रहा है। इस व्यापक आयोजन से हिमाचल प्रदेश के विभिन्न जिलों के छात्रों को लाभ मिलेगा। यह कार्यक्रम राज्य के युवाओं के लिए एक बेहतरीन सीखने का अनुभव साबित होगा।
तीसरा बैच 9 नवंबर को पहुंचेगा कोच्चि
तीसरे बैच में मंडी, कुल्लू, ऊना और सिरमौर जिलों के 88 विद्यार्थी और 16 एस्कॉर्ट शिक्षक शामिल हैं। यह दल 9 नवंबर से 13 नवंबर 2025 तक केरल के कोच्चि शहर का दौरा करेगा। यह समूह 9 नवंबर को चंडीगढ़ से रवाना हुआ और 10 नवंबर को कोच्चि पहुंचेगा।
इस दौरान छात्रों को केरल की पारंपरिक जीवनशैली और शैक्षणिक परिवेश को समझने का मौका मिलेगा। वे स्थानीय स्कूलों का दौरा करेंगे और वहां के छात्रों के साथ विचारों का आदान-प्रदान करेंगे।
राज्य प्रशासन ने की पूरी तैयारी
राज्य परियोजना निदेशक, समग्र शिक्षा, शिमला-1 ने संबंधित जिलों के डीपीओ और डीसीओ को आवश्यक निर्देश जारी किए हैं। उन्होंने विद्यार्थियों को सभी जरूरी दस्तावेजों के साथ निर्धारित स्थान पर समय पर पहुंचाने की व्यवस्था सुनिश्चित करने को कहा है। इसके लिए जिला स्तर पर पूरी तैयारी की गई है।
प्रशासन ने यात्रा की सभी व्यवस्थाओं को अंतिम रूप दे दिया है। छात्रों की सुरक्षा और सुविधा का पूरा ध्यान रखा जा रहा है। इस पूरे कार्यक्रम का समन्वय समग्र शिक्षा अभियान के तहत किया जा रहा है।
दो राज्यों के बीच सांस्कृतिक आदान-प्रदान
यह कार्यक्रम न केवल छात्रों को देश की सांस्कृतिक विविधता से परिचित कराएगा, बल्कि एक भारत श्रेष्ठ भारत की भावना को भी मजबूत करेगा। बाद में केरल के छात्रों का एक दल हिमाचल प्रदेश का दौरा करेगा। इससे दोनों राज्यों के बीच सांस्कृतिक एकता और आपसी समझ बढ़ेगी।
इस आदान-प्रदान कार्यक्रम से छात्रों को देश के विभिन्न हिस्सों की संस्कृति और परंपराओं को सीधे अनुभव करने का मौका मिलेगा। यह शैक्षणिक भ्रमण छात्रों के व्यक्तित्व विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
