Shimla News: हिमाचल प्रदेश ने 99.3% साक्षरता दर के साथ ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की है। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस पर इसकी घोषणा की। प्रदेश अब देश का चौथा पूर्ण साक्षर राज्य बन गया है।
आजादी के समय हिमाचल की साक्षरता दर मात्र 7% थी। 78 वर्षों में प्रदेश ने शिक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय प्रगति की है। यह दर राष्ट्रीय औसत 95% से काफी अधिक है।
पूर्ण साक्षर राज्यों की सूची
मिजोरम भारत का पहला पूर्ण साक्षर राज्य बना। उसकी साक्षरता दर 98.2% है। गोवा ने ULLAS पहल के तहत 100% साक्षरता हासिल की। त्रिपुरा ने 1961 के 20.24% से उछाल कर 95.6% साक्षरता प्राप्त की।
केंद्र शासित प्रदेशों में अग्रणी
लद्दाख 97% साक्षरता दर के साथ पहला पूर्ण साक्षर केंद्र शासित प्रदेश बना। लेफ्टिनेंट गवर्नर बी.डी. मिश्रा ने इस उपलब्धि की घोषणा की। यह संपूर्ण क्षेत्र में शिक्षा के प्रसार का संकेत है।
राष्ट्रीय साक्षरता दर में वृद्धि
शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान के अनुसार देश की साक्षरता दर 80.9% हो गई है। 2011 में यह दर 74% थी। यह वृद्धि शिक्षा के प्रति बढ़ते ध्यान को दर्शाती है।
हिमाचल प्रदेश की इस उपलब्धि से अन्य राज्यों को प्रेरणा मिलेगी। शिक्षा में निवेश देश के समग्र विकास के लिए महत्वपूर्ण है। साक्षरता आर्थिक और सामाजिक प्रगति की आधारशिला है।
