Himachal News: हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड ने 10वीं और 12वीं के छात्रों के लिए नियम सख्त कर दिए हैं। अब बोर्ड परीक्षा के आवेदन के लिए ‘अपार आईडी’ (APAAR ID) अनिवार्य कर दी गई है। जिन छात्रों के पास यह आईडी नहीं होगी, उन्हें परीक्षा फॉर्म भरने में मुश्किल होगी। यह फैसला मार्च 2026 में होने वाली परीक्षाओं पर लागू होगा। Education News में यह आज की सबसे अहम जानकारी है।
मार्च 2026 की परीक्षा के लिए आदेश जारी
स्कूल शिक्षा बोर्ड ने सभी स्कूलों को सख्त निर्देश जारी किए हैं। 10वीं और 12वीं के परीक्षा फॉर्म भरते समय अपार आईडी दर्ज करना जरूरी है। बोर्ड सचिव डॉ. मेजर विशाल शर्मा ने बताया कि बिना आईडी वाले आवेदनों को रद्द किया जा सकता है। स्कूलों के प्रधानाचार्यों को यह सुनिश्चित करना होगा कि हर आवेदन के साथ यह यूनिक आईडी जुड़ी हो। यह नियम सरकारी और निजी दोनों तरह के स्कूलों पर लागू होगा।
आधार अपडेट न होने पर मिलेगी छूट
बोर्ड ने उन छात्रों को थोड़ी राहत दी है जिनके पास तकनीकी समस्याएं हैं। यदि किसी छात्र का आधार कार्ड अपडेट नहीं है और अपार आईडी नहीं बन पा रही है, तो उसे छूट मिलेगी। ऐसे मामलों को छोड़कर बाकी सभी विद्यार्थियों के लिए यह अनिवार्य है। बोर्ड ने साफ किया है कि यह कदम परीक्षा प्रक्रिया को पारदर्शी बनाने के लिए उठाया गया है।
क्या है ‘वन नेशन, वन स्टूडेंट आईडी’
‘अपार’ (APAAR) का मतलब ऑटोमेटेड परमानेंट एकेडमिक अकाउंट रजिस्ट्री है। यह Education News से जुड़ी केंद्र सरकार की एक बड़ी योजना है। इसे राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत ‘वन नेशन, वन स्टूडेंट आईडी’ पहल के रूप में शुरू किया गया है। इसके जरिए हर छात्र को जीवन भर के लिए एक यूनिक नंबर मिलता है। इससे छात्र के शैक्षणिक रिकॉर्ड को डिजिटल रूप से सुरक्षित रखा जाता है।
